मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में सभी प्रकार की शिक्षा को लेकर बेहद गंभीर हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ का तकनीकी शिक्षा के साथ ही अब संस्कृत भाषा की शिक्षा के विस्तार पर भी जोर है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने संस्कृत भाषा के शिक्षकों की कमी को शीघ्र ही पूरा करने का निर्देश दिया है। उन्होंने इसके लिए मानदेय पर भी शिक्षकों की तैनाती का आदेश दिया है।
उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की कमी के कारण संस्कृत भाषा के विद्यालय तथा डिग्री कॉलेज की शिक्षा प्रभावित होते देख बड़ा फैसला किया है। अब योगी आदित्यनाथ सरकार संस्कृत स्कूलों पर मेहरबान है। सीएम योगी आदित्यनाथ अब तकनीकी के साथ संस्कृत की शिक्षा को मजबूती देने में जुटे हैं। सीएम योगी ने प्रदेश में मानदेय पर बड़ी संख्या में संस्कृत शिक्षकों की तैनाती करने के निर्देश दिए हैं।
उनका स्पष्ट निर्देश है कि प्रदेश में अब हर जगह पर नियमित शिक्षकों की तैनाती नहीं होने तक मानदेय पर शिक्षकों की तैनाती करें। जिससे की खंडहर में तब्दील हो रहे संस्कृत स्कूल भी संवारें जाएंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने संस्कृत विद्यालय को विज्ञान और प्रोद्योगिकी विधा से जोड़ने के निर्देश दिए हैं। संस्कृत विद्यालयों में अब प्रदेश सरकार छात्र-छात्राओं को संस्कृत के साथ ही साथ कंप्यूटर और तकनीकी ज्ञान में भी पारंगत किया जाएगा। इसके साथ ही संस्कृत पढने वाले छात्रों के लिए भोजन और छात्रावास की भी व्यवस्था की जाएगी।