इंसुलेटर खराब पंचर हो जाने के कारण पाली कस्बा समेत आस पास के लगभग एक सैकड़ा गांवाें के 21 हजार उपभोक्ता लगभग चालीस घंटे तक बिजली और पानी की समस्या से जूझते रहे। गणतंत्र दिवस की सुनहरी सुबह भी इन बाशिंदों को अंधेरे में ही बितानी पड़ी। गुरुवार को दिन में 11 बजे गुल हुई बिजली शनिवार की सुबह तकरीबन तीन बजे वापस आई।
पाली कस्बे के स्थित विद्युत उपकेंद्र को आगमपुर के 132 केवी उपकेंद्र से बिजली की आपूर्ति होती है। पाली पावर हाउस के चार फीडर के जरिए कस्बा व आसपास के लगभग एक सैकड़ा गांवों को बिजली की आपूर्ति की जाती है। गुरुवार को दिन में 11 बजे आपूर्ति लाइन में फाल्ट आ गई। इसके कारण बिजली गुल हो गई। अवर अभियंता संतोष निषाद ने बिजली कर्मियों के साथ फाल्ट खोजने के लिए पेट्रोलिंग की, लेकिन देर शाम तक फाल्ट ही नहीं मिली। रात में लगभग 12 बजे पेट्रोलिंग बंद करदी गई।
शुक्रवार की सुबह फिर से पेट्रोलिंग शुरू हुई। शाम करीब तीन बजे गर्रा पुल के पास केबिल बॉक्स और इंसुलेटर में खामी मिली। इसे दुरुस्त करके शाम पांच बजे आपूर्ति शुरू की गई,लेकिन इनकमिंग मशीन में आग लग गई। इसकी मरम्मत में भी काफी वक्त लगा। शनिवार सुबह तीन बजे बिजली आपूर्ति बहाल हो पाई। पाली विद्याुत उपकेंद्र से 21 हजार 777 कनेक्शन हैं। इस लिहाज से देखा जाए, तो लगभग एक लाख से अधिक लोगों को बिजली की समस्या से जूझना पड़ा।