दिल्ली नगर निगम (MCD) के सभी 250 वार्डों के लिए आज (रविवार) सुबह 8 बजे से वोटिंग शुरू हो गई है और शाम 5.30 तक चलेगी। इसके नतीजे 7 दिसंबर को आएंगे। हर बार की तरह इस बार भी सबकी नजर BJP और AAP पर है। भाजपा यहां अपनी साख बचाने में लगी है, तो वहीं आम आदमी पार्टी निगम में अपनी जगह बनाना चाहती है, क्योंकि पिछले 15 साल से निगम की सत्ता भाजपा के हाथ में है। इधर, कांग्रेस पिछली बार से अपनी सीटें बढ़ाना चाहती है।
एमसीडी चुनाव के मद्देनजर दिल्ली के लाजपत नगर, गांधी नगर, कृष्णा नगर, कमला नगर, करोल बाग सहित सभी थोक और खुदरा बाजार बंद रहेंगे।
सुबह 4 बजे से ही मेट्रो सेवाएं शुरू कर दी गई। सभी लाइनों पर सुबह 4 से 6 बजे तक हर आधे घंटे में मेट्रो मिलेगी। 6 बजे के बाद नॉर्मल फ्रिक्वेंसी जारी रहेगी।
MCD चुनाव के लिए 1349 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें 709 महिला प्रत्याशी हैं। BJP और AAP ने सभी 250 सीटों पर अपने-अपने कैंडिडेट उतारे हैं, जबकि कांग्रेस के 247 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे रहे हैं। JDU 23 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, तो AIMIM ने 15 कैंडिडेट उतारे हैं। BSP ने 174, NCP ने 29, इंडियन मुस्लिम लीग ने 12, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) ने 3, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक ने 4, और सपा, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने एक-एक सीट पर प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। इसके अलावा 382 निर्दलीय प्रत्याशी हैं।
चुनाव आयोग ने पूरी दिल्ली में 13,638 मतदान केंद्र बनाए हैं। वोटर्स की सुविधाओं के लिए 68 आदर्श मतदान केंद्र और 68 पिंक मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। इन पोलिंग बूथ पर कुल 40 हजार जवान की तैनाती की गई है। चुनाव में 56000 EVM मशीन का इस्तेमाल किया जाेगा। बूथों पर चुनाव आयोग ने पारदर्शी तरीके से चुनाव के लिए CCTV लगवाए हैं।
2012 तक, MCD एक हुआ करती थी, लेकिन बाद में इसे ईस्ट, नॉर्थ और साउथ निकायों में बांट दिया गया। बहरहाल, चीजें योजना के अनुसार नहीं हुईं और इस साल की शुरुआत में, केंद्र सरकार ने दिल्ली नगर निगम (संशोधन) विधेयक, 2022 पारित किया।
संशोधन के बाद, दिल्ली के ईस्ट, नॉर्थ और साउथ नगर निगमों को मिलाकर एक कर दिया यानी अब दिल्ली में तीन नहीं एक मेयर होगा। पूरे MCD को 12 जोन में बांटा गया है- सेंट्रल, सिटी-एसपी, सिविल लाइंस, करोल बाग, केशव पुरम, नजफगढ़, नरेला, नॉर्थ शाहदरा, रोहिणी, साउथ शाहदरा, साउथ और वेस्ट। दिल्ली नगर निगम चुनाव में 2017 में कुल 272 सीटों में से 270 सीटों पर वोट डाले गए थे। इस बार सीटें कम होकर 250 हो गई हैं। इनमें से अनुसूचित जाति (SC) के लिए 42 सीटें रिजर्व हैं। महिलाओं के लिए 50 फीसदी सीटें रिजर्व हैं।
BJP ने 2007 के MCD चुनावों में जीत हासिल की थी, तब केंद्र और दिल्ली दोनों में कांग्रेस की सरकार थी। लेकिन भाजपा 2008 में दिल्ली विधानसभा चुनाव नहीं जीत सकी। इस दौरान शीला दीक्षित रिकॉर्ड तीसरी बार सत्ता में लौटीं थी।
भाजपा ने 2012 में फिर से MCD चुनाव जीता। हालांकि, 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में हार गई। इस साल अरविंद केजरीवाल ने सरकार बनाई थी। हालांकि, उनकी सरकार 49 दिन ही चली। इसके बाद दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया।
2017 में हुए MCD चुनाव भी भाजपा ने जीते। इस दौरान AAP दूसरे स्थान पर रही। हालांकि, AAP ने 2018 में दिल्ली विधानसभा चुनाव जीत लिया।