पिछले दिनों 9 अक्टूबर को केंद्रीय चुनाव आयोग ने पांच राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान किया था।
वहीं अब चुनाव आयोग ने राजस्थान में मतदान की तारीख बदल दी है। पहले आयोग ने राजस्थान में 23 नवंबर को वोटिंग की तारीख घोषित की थी। तारीख की एलान होने के बाद भारत निर्वाचन आयोग को विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों सहित विभिन्न मीडिया प्लेटफार्मों ने चुनाव की तारीख को लेकर अपनी बात रखी थी।
बता दें कि 23 नवंबर देवउठनी एकादशी भी है। इसी वजह से राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तारीख बदली गई है। अब चुनाव आयोग ने राजस्थान में 25 नवंबर वोटिंग का एलान किया है। वहीं दूसरी ओर नॉर्थ ईस्ट के राज्य मिजोरम भी केंद्रीय चुनाव आयोग की घोषित की गई चुनाव परिणाम की तारीख 3 दिसंबर से सहमत नहीं है। राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तारीख बदलने के लिए आयोग ने 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी पड़ने की वजह से यह बड़ा फैसला किया है।
देवउठनी एकादाशी को शादी के बड़े शुभ मुहूर्त के तौर पर देखा जाता है। इसके चलते राजस्थान में 50,000 से अधिक शादियां होने की संभावना जताई जा रही है। इस कारण को ध्यान में रखते हुए अब चुनाव आयोग ने भी मतदान की तिथि को दो दिन आगे बढ़ाते हुए इसे 25 नवंबर कर दिया है। चुनाव आयोग ने एक बयान में बताया कि मतदान की तारीख में बदलाव के लिए विभिन्न दलों और सामाजिक संगठनों द्वारा बड़े पैमाने पर आवेदन मिलने के बाद यह निर्णय लिया गया।
हालांकि, हम आपको बता दें कि राजस्थान में महज वोटिंग की तारीख ही बदली है। इसके अलावा नामांकन दाखिल करने, नामांकन वापस लेने और मतगणना की तारीख में कोई बदलाव नहीं हुआ है। ऐसे ही मिजोरम में सभी राजनीतिक दलों ने केंद्रीय चुनाव आयोग पत्र लिखकर वोट काउंटिंग की तारीख बदलने की अपील की है।
चुनाव आयोग ने रिजल्ट के ऐलान के लिए 3 दिसंबर का दिन तय किया था। इस दिन रविवार है, जब पूरे राज्य के चर्च में प्रेयर होती है। पत्र लिखकर से मांग करने वाली पार्टियों में सत्ताधारी पार्टी में MNF, भाजपा, कांग्रेस, जोरम पीपुल्स मूवमेंट और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस शामिल हैं। मिजोरम में 7 नवंबर को सिंगल फेज में चुनाव होंगे। राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के साथ मिजोरम के नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे।