देश में गंगा-जमुना संस्कृति को मिटाने की कोशिश हो रही है : सोनिया गांधी

कांग्रेस के 137वें स्थापना दिवस के मौके पर सोनिया गांधी ने पार्टी को मजबूत करने के लिए कार्यकर्ताओं से संकल्प का आहृवान करते हुए भाजपा के साथ राजनीतिक और वैचारिक लड़ाई को पूरी शिद्दत और मजबूती से जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई है। केंद्र की भाजपा सरकार पर सीधा निशाना साधते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश की गंगा-जमुनी तहजीब को नष्ट करने और लोकतंत्र तथा संविधान को दरकिनार तानाशाही चलाने का प्रयास किया जा रहा है। राजनीतिक संक्रमण के दौर से गुजर रही कांग्रेस संगठन की चौतरफा चुनौतियों के बीच लंबे अर्से बाद स्थापना दिवस के मौके पर पार्टी नेतृत्व और नेताओं की सक्रियता इस बार अपेक्षाकृत ज्यादा नजर आयी।
कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित स्थापना दिवस समारोह में सोनिया गांधी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ कार्यसमिति के कई सदस्य से लेकर कुछ वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। इस मौके पर अपने संक्षिप्त वीडियो संबोधन में सोनिया गांधी ने पार्टी के पुराने गौरवशाली इतिहास का जिक्र करते हुए कार्यकर्ताओं से कांग्रेस को मजबूत करने का संकल्प लेने की बात कही।

मोदी सरकार से मुकाबले के लिए पार्टी को तैयार करने के इरादों का संदेश देने की कोशिश करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि मौजूदा दौर में इतिहास को झुठलाया जा रहा है। सोनिया गांधी ने कहा कि हमारी विरासत गंगा-जमुना संस्कृति को मिटाने की नापाक कोशिश हो रही है। देश का आम नागरिक असुरक्षित और भयभीत महसूस कर रहा है। लोकतंत्र और संविधान को दरकिनार कर तानाशाही चलाई जा रही है।सोनिया ने कहा कि ऐसे वक्त में कांग्रेस चुप नहीं रह सकती। देश की विरासत को किसी को भी नष्ट करने की इजाजत नहीं देगी। पार्टी आम जनमानस के लिए, लोकतंत्र की रक्षा के लिए, देश विरोधी, समाज विरोधी साजिशों के खिलाफ हर संभव संघर्ष करेगी, हर कुर्बानी देगी और हर कांग्रेस जन को इसके लिए संकल्प लेना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल एक राजनीतिक पार्टी ही नाम नहीं बल्कि एक आंदोलन है।