महाराष्ट्र की उद्धव सरकार में कैबिनेट मंत्री व एनसीपी नेता नवाब मलिक को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया है। आज सुबह ईडी के अधिकारी नवाब मलिक को उनके आवास से अपने दफ्तर लाए थे। जहां लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। ईडी ने उन्हें दाऊद इब्राहिम मनी लान्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया है। पिछले दिनों नवाब मलिक नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को खिलाफ मोर्चा खोलने को लेकर चर्चा में आए थे। फिल्म एक्टर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की ईडी द्वारा गिरफ्तार के बाद मलिक ने वानखेड़े को अपने निशाने पर लिया हुआ था।
महाराष्ट्र की मौजूदा उद्धव ठाकरे सरकार में नवाब मलिक कैबिनेट है। वो अल्पसंख्यक, कौशल विकास और उद्यमिता विभाग के मंत्री के तौर पर जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं। मलिक को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार के करीबी नेताओं से एक माना जाता है, साथ ही वो पार्टी में मुस्लिम समाज के चेहरे के तौर पर भी जाने जाते हैं। नवाब मलिक मूलत: उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत समाजवादी पार्टी के साथ की थी। लेकिन कुछ दिनों तक सपा में रहने के बाद उन्होंने शरद पवार की नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का हाथ थाम लिया।
नवाब मलिक का जन्म 20 जून 1959 को यूपी के बलरामपुर की उतरौला तहसील इलाके के धुसवा गांव में हुआ था। उनका पूरा परिवार वर्ष 1970 में उत्तर प्रदेश छोड़कर मुंबई आ गया था। मलिक ने अपनी स्कूल और कालेज की पढ़ाई मुंबई से ही की है। उन्होंने अंजुमन हाईस्कूल से दसवीं और बुरहानी कालेज से बारहवीं की पढ़ाई की है। इसके बाद वर्ष 1979 में ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए कालेज में दाखिला लिया।
नवाब मलिक ने अपने करियर कि शुरुआत बिजनेस से की थी। लेकिन राजनीति में हमेशा से ही उनकी दिलचस्पी थी, जिसकी वजह से वो समाजवादी पार्टी में शामिल हुए। जिस वक्त देश में अयोध्या के राम मंदिर को लेकर आंदोलन शुरू हुआ, तब तत्कालीन सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव मंदिर निर्माण के खिलाफ थे। जिसके चलते देश के अल्पसंख्यक समुदाय में उनकी ख्याति तेजी से बढ़ी। अल्पसंख्यक समुदाय के बीच मुलायम सिंह की बढ़ती ख्याति को देखते हुए नवाब मलिक ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत समाजवादी पार्टी से की। जिसके बाद साल 1996 में उपचुनाव के दौराम नवाब मलिक ने महाराष्ट्र के मुस्लिम बाहुल इलाके नेहरू नगर सीट से सपा के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे और जीत दर्ज की। नेहरू नगर सीट से नवाब मलिक लगातार दो बार विधायक रहे।