अफगानिस्तान में मंगलवार रात भूकंप आया। US जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर तीव्रता 6.6 रही। एपिसेंटर जुर्म शहर था। इसके झटके पाकिस्तान और भारत में भी महसूस किए गए। पाकिस्तानी मीडिया ‘जियो न्यूज’ के मुताबिक, 9 लोगों की मौत हुई है। 302 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं।
‘जियो न्यूज’ के मुताबिक, पाकिस्तान मिट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट (PMD) ने भूकंप की तीव्रता 6.8 बताई। भूकंप के झटके इस्लामाबाद, लाहौर, क्वेटा, रावलपिंडी, पेशावर समेत कई शहरों में महसूस किए गए। PMD के मुताबिक, रात 9:47 बजे (पाकिस्तान समय के मुताबिक) भूकंप आया। इसके एक घंटे बाद 3.7 तीव्रता का आफ्टरशॉक रिकॉर्ड किया गया। इसका केंद्र भी अफगानिस्तान में ही था। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी(NDMA) को इमरजेंसी की स्थिति में तैयार रहने को कहा है।
AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, एक चश्मदीद ने कहा- अचानक सब हिलने लगा। हम डर गए। घरों से बाहर भागे। करीब 30 सेकेंड भूकंप के झटके महसूस हुए। पुलिस के मुताबिक, खैबर पख्तूनख्वा के स्वात में 250 लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। 6 लोगों की मौत हुई। इनमें एक महिला है। अन्य शहरों में 52 लोगों के भर्ती होने की खबर है।
भूगर्भ वैज्ञानिकों के मुताबिक, भूकंप की असली वजह टेक्टोनिकल प्लेटों में तेज हलचल होती है। इसके अलावा उल्का प्रभाव और ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग की वजह से भी भूकंप आते हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। इस स्केल पर 2.0 या 3.0 की तीव्रता का भूकंप हल्का होता है, जबकि 6 की तीव्रता का मतलब शक्तिशाली भूकंप होता है।
भूकंप की तीव्रता का अंदाजा उसके केंद्र (एपिसेंटर) से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है। सैकड़ों किलोमीटर तक फैली इस लहर से कंपन होता है। धरती में दरारें तक पड़ जाती हैं। भूकंप का केंद्र कम गहराई पर हो तो इससे बाहर निकलने वाली ऊर्जा सतह के काफी करीब होती है, जिससे बड़ी तबाही होती है।