फैमिली इमरजेंसी के कारण भारतीय टीम के स्पिनर आर अश्विन राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे तीसरे टेस्ट से बाहर हो गए हैं। शुक्रवार को BCCI ने इसकी जानकारी दी।
BCCI ने कहा, चैंपियन क्रिकेटर और उनके परिवार के लिए हम सपोर्ट करते हैं। खिलाड़ियों और उनके प्रियजनों का स्वास्थ्य सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। बोर्ड अश्विन और उनके परिवार की प्राइवेसी का सम्मान करने का अनुरोध करता है, क्योंकि वे इस चुनौतीपूर्ण समय से गुजर रहे हैं।
बोर्ड और टीम अश्विन को हर आवश्यक सहायता प्रदान करना जारी रखेगी और आवश्यकता के मुताबिक मदद भी करेगी।
टेस्ट मैच के दूसरे दिन आर अश्विन ने अपने 500 टेस्ट विकेट पूरे किए। दूसरे दिन के खेल के बाद अश्विन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। इसमें उन्होंने कहा, ‘मैं गलती से स्पिनर बन गया।’
इस 37 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि श्रीलंका के लीजेंडरी स्पिनर मुथैया मुरलीधरन की वजह से उन्हें फुल टाइम स्पिनर बनने का मौका मिला।
मुरलीधरन अभी भी रेड-बॉल क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों की लिस्ट में टॉप पर हैं। एक समय मुरलीधरन और अश्विन साथ चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए खेलते थे।
अश्विन ने बताया, CSK के लिए मुरलीधरन नई गेंद लेने के लिए तैयार नहीं थे, इसके बाद उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई। अश्विन आगे बोले, ‘मैं एक बैटिंग ऑलराउंडर बनना चाहता था। जब मैं चेन्नई सुपर किंग्स के ड्रेसिंग रूम में गया, तो मुरलीधरन नई गेंद नहीं फेंकना चाहते थे और आखिरकार, मुझे नई बॉल डालने का मौका मिला।’
‘मैंने अपने जीवन की फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी अच्छी शुरुआत की, लोगों को शक था कि मैं टेस्ट गेंदबाज बन पाऊंगा या नहीं, 13 साल बाद यह कोई बुरी उपलब्धि नहीं है। मैं बहुत खुश हूं।’
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विराट कोहली पारिवारिक कारणों से ब्रेक पर चल रहे हैं। माना जा रहा है कि वे इस समय विदेश में हैं।
राजकोट के निरंजन शाह स्टेडियम में टेस्ट के दूसरे दिन इंग्लैंड ने 2 विकेट पर 207 रन बना लिए। बेन डकेट 133 और जो रूट 9 रन बनाकर नॉटआउट लौटे। जैक क्रॉले 15 और ओली पोप 39 रन बनाकर आउट हुए। हालांकि, टीम अब भी पहली पारी में 238 रन से पीछे है। भारत ने पहली पारी में 455 रन बनाए थे।