सृष्टि अपार्टमेंट से निकल रही महिला पर कुत्तों ने आक्रमण किया, मुँह में लगी चोट

लखनऊ के सृष्टि अपार्टमेंट में कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। शनिवार को अपार्टमेंट में रहने वाली स्मृति शाक्य को कुत्तों ने घायल कर दिया। उनके चेहरे पर चोट आई है।उन्होंने बताया कि वह कॉलोनी से बाहर जा रही थीं तभी अचानक 8 से 10 कुत्तों ने हमला कर दिया।

कॉलोनी के रहने वाले लोगों ने उनको बचाया और कुत्तों को वहां से भगाया। जैकेट पहना था, इसकी वजह से बच गई। जैकेट को कुत्तों ने नोंच कर फाड़ दिया है। पिछले दो महीने के अंदर तीसरी बार आवारा कुत्तों ने स्थानीय लोगों का अपना शिकार बनाया है।
स्थानीय लोगों ने इस घटना को लेकर नगर निगम और एलडीए प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई है। उन्होंने एलडीए वीसी और नगर आयुक्त से शिकायत दर्ज कराने की बात कही गई है। बताया गया कि अगर जल्द ही यहां के आवारा कुत्तों को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो हम विरोध करने को विवश होंगे।स्थानीय निवासी विवेक वर्मा ने बताया कि यहां पहले भी ऐसे हादसे होते रहते हैं। विवेक शर्मा ने बताया,”पिछले एक साल में कई लोगों को कुत्ते काट चुके हैं। इसको लेकर नगर निगम और LDA दोनों जगह शिकायत दर्ज कराई गई। मगर, उसका कोई फायदा नहीं हुआ है। प्राधिकरण के जिम्मेदार अफसर ऐसी समस्या को नगर निगम की समस्या बता कर पल्ला झाड़ लेते हैं।”
उन्होंने बताया, “सोसाइटी में बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं इन आवारा कुत्तों का शिकार हो चुके हैं। शिकायत करने पर नगर निगम की टीम आकर नसबंदी कराने को ले जाती है। उसके बाद फिर उसी परिसर में छोड़ जाती है। सोसायटी में रहने वाले लोगों को काफी नुकसान होता है।अपार्टमेंट में रहने वाले विवेक शर्मा ने इसको लेकर ट्विटर पर शिकायत दर्ज कराई है। इसमें एलडीए के अलावा वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी को अलग से ट्विट किया गया है। इसमें बताया गया कि आए दिन यहां कुत्तों का आतंक इतना ज्यादा है। यहां 10 दिसंबर को भी एक महिला को कुत्तों ने काट कर घायल कर दिया था। उन्होंने मामले का संज्ञान लेने को कहा है।प्रणव राय (14 ) सृष्टि अपार्टमेंट में अपने परिवार के साथ रहता है। मंगलवार दोपहर में वह अपार्टमेंट में टहल रहा था। तभी उनके ऊपर कुत्तों ने झुंड में हमला कर दिया। कुत्तों ने उसके हाथ को नोंच लिया। उसके शोर मचाने पर कुत्ते वहां से भाग गए। परिजनों को जानकारी हुई तो वे प्रणव को लेकर नजदीक के अस्पताल पहुंचे। डॉक्टर ने प्राथमिक इलाज के बाद लड़के को घर भेज दिया।