पीलीभीत में हरे भरे आम के बाग का सफाया करने के मामले मेें डीएम ने पहली जनवरी को तत्कालीन सामाजिक वानिकी के पूर्व डीएफओ सहित तीन लोगों पर निलंबन की कार्रवाई की संस्तुति कर रिपोर्ट शासन को भेजी थी। शासन स्तर से अभी इसमें कुछ नहीं हो सका है। ऐसे में मामला ठंडे बस्ते में पड़ गया है।
शहर की निरंजनकुंज कॉलोनी में 18 दिसंबर को कुछ लोगों ने सामाजिक वानिकी प्रभाग की ओर से अनुमति होना बताकर हरे भरे आम के बाग का कटान शुरू कर दिया था। वहां पर वानिकी प्रभाग के तत्कालीन डीएफओ, जो कि अब वन निगम कन्नौज में तैनात हैं, ने कलमी पेड़ होना बताकर कटान की अनुमति दी थी। प्रशासन के संज्ञान में जब मामला आया तो मौके पर टीम ने जाकर काम बंद करा दिया था। इसके बाद डीएम ने पूरे मामले की जांच कराई थी।
जांच में तत्कालीन डीएफओ के अलावा उद्यान अधिकारी बाली शरण चौधरी और निरीक्षक आरडी गंगवार को दोषी पाते हुए रिपोर्ट दी थी। डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने पहली जनवरी को तीनों के निलंबन और विभागीय कार्रवाई की संस्तुति कर रिपोर्ट शासन को भेज दी थी। माना जा रहा था कि तीनों पर गाज गिरना ही है। अब तक इसमें शासन स्तर से कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। डीएफओ के अलावा दोनों अन्य लोग अभी जिले में ही मौजूद है और काम कर रहे हैं।