कर्नाटक कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद वीएस उगरप्पा के एक बयान पर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ सकती है क्योंकि उन्होंने चुनाव आयोग पर केंद्र सरकार की कठपुतली बनने का आरोप लगाया है। उन्होंने बंगलूरू में सोमवार को कहा, ‘चुनाव आयोग ने आज उच्चतम न्यायालय के सामने कहा कि उसे अयोग्य ठहराए गए विधायकों के उपचुनाव लड़ने में कोई आपत्ति नहीं है। यह साफतौर पर दिखाता है कि चुनाव आयोग केंद्र सरकार की कठपुतली बन चुका है।’ उगरप्पा ने कहा कि चुनाव आयोग का यह फैसला कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, गृह मंत्री अमित शाह और वरिष्ठ पार्टी सदस्यों की नई दिल्ली में हुई मुलाकात के बाद लिया गया है। इससे पहले सोमवार को आयोग ने शीर्ष अदालत से कहा कि अयोग्य ठहराए गए विधायक उपचुनाव लड़ सकते हैं। इन सभी विधायकों को पूर्व स्पीकर केआर रमेश कुमार ने अयोग्य ठहराया था।
अदालत को दिए अपने जवाब में आयोग ने कहा कि चुनाव पर रोक नहीं लगाई जा सकती। राज्य के स्पीकर उन्हें अयोग्य ठहरा सकते हैं लेकिन वह पूर्व विधायकों को उपचुनाव लड़ने से नहीं रोक सकते। 17 विधायकों ने कांग्रेस- जनता दल सेक्युलर की गठबंधन वाली सरकार से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद सरकार अल्पमत में आ गई थी। इसके बाद राज्य में भाजपा सरकार बनी है। खाली पड़ी विधानसभा सीटों के लिए 21 अक्तूबर को मतदान होंगे। वहीं 24 अक्तूबर को परिणाम आएंगे।