राहुल को सबसे उपयुक्त चेहरा बताने से असंतुष्ट खेमा असहमत, दिए संकेत- नए अध्यक्ष के लिए चेहरे का विकल्प अभी खुला

सोनिया गांधी की असंतुष्ट गुट के नेताओं के साथ शनिवार को होने वाली बैठक से ठीक पहले कांग्रेस ने पार्टी के नए अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी को सबसे उपयुक्त विकल्प बताकर पार्टी की अंदरूनी उठापटक में नए सिरे से सरगर्मी बढ़ा दी है। राहुल को 99.99 फीसद कांग्रेसजनों की पसंद बताने के पार्टी महासचिव रणदीप सुरजेवाला के बयान पर सवाल उठाते हुए असंतुष्ट गुट के नेताओं ने दावा किया कि उनके पत्र में उठाए गए मुद्दों का समाधान अभी नहीं निकला है और कांग्रेस के नए नेतृत्व पर विकल्प खुला हुआ है।
सुरजेवाला के बयान पर तंज कसते हुए पार्टी के असंतुष्ट जी-23 समूह के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि चर्चा शुरू होने से पहले इस तरह हवा में दावे का कोई मतलब नहीं है। कांग्रेस नेतृत्व के साथ अब तक बैक चैनल हुई चर्चाओं में नए अध्यक्ष के नाम पर सीधे कोई बात ही नहीं हुई है। उन्होंने यह दावा भी किया कि असंतुष्ट गुट के नेताओं की सोनिया गांधी से अनौपचारिक स्तर पर हुई बातचीत का सार जाने बिना सुरजेवाला ने राहुल गांधी को 99.99 फीसद पार्टीजनों की पसंद करार दे दिया जो सही नहीं है।
हालांकि रणदीप सुरजेवाला ने अपने नपे-तुले बयान में कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने का अंतिम फैसला राहुल गांधी का होने की बात भी कही। जिसका आशय साफ है कि पार्टी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में गंभीर अंदरूनी घमासान जैसे हालात के लिए अपने विकल्प बंद नहीं रखना चाहती।
पार्टी की प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कांग्रेस के नए अध्यक्ष के विकल्प के सवाल पर सुरजेवाला ने साफ कहा कि अध्यक्ष का चुनाव करने वाले एआइसीसी सदस्यों से लेकर पार्टी के 99.99 फीसद नेताओं और कार्यकर्ताओं का मानना है कि राहुल गांधी ही कांग्रेस का नेतृत्व करने और मोदी सरकार से मुकाबला करने के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प हैं। राहुल गांधी ही इस समय उन विरले नेताओं में हैं जिन्होंने मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ निडर आवाज उठाई है। सुरजेवाला ने कहा कि वैसे अध्यक्ष पद के चुनाव में सबको अपना-अपना उम्मीदवार उतारने का अधिकार है।

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

-क्यों न्यूज़ मीडिया संकट में है और कैसे आप इसे संभाल सकते हैं

-आप ये इसलिए पढ़ रहे हैं क्योंकि आप अच्छी, समझदार और निष्पक्ष पत्रकारिता की कद्र करते हैं. इस विश्वास के लिए हमारा शुक्रिया.

-आप ये भी जानते हैं कि न्यूज़ मीडिया के सामने एक अभूतपूर्व संकट आ खड़ा हुआ है. आप मीडिया में भारी सैलेरी कट और छटनी की खबरों से भी वाकिफ होंगे. मीडिया के चरमराने के पीछे कई कारण हैं. पर एक बड़ा कारण ये है कि अच्छे पाठक बढ़िया पत्रकारिता की ठीक कीमत नहीं समझ रहे हैं.

-द दस्तक 24 अच्छे पत्रकारों में विश्वास करता है. उनकी मेहनत का सही मान भी रखता है. और आपने देखा होगा कि हम अपने पत्रकारों को कहानी तक पहुंचाने में जितना बन पड़े खर्च करने से नहीं हिचकते. इस सब पर बड़ा खर्च आता है. हमारे लिए इस अच्छी क्वॉलिटी की पत्रकारिता को जारी रखने का एक ही ज़रिया है– आप जैसे प्रबुद्ध पाठक इसे पढ़ने के लिए थोड़ा सा दिल खोलें और मामूली सा बटुआ भी.

अगर आपको लगता है कि एक निष्पक्ष, स्वतंत्र, साहसी और सवाल पूछती पत्रकारिता के लिए हम आपके सहयोग के हकदार हैं तो नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें और हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें . आपका प्यार द दस्तक 24 के भविष्य को तय करेगा.
https://www.youtube.com/channel/UC4xxebvaN1ctk4KYJQVUL8g

आदर्श कुमार

संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ