क्या प्रीति जिंटा बिना डरे अंडरवर्ल्ड डॉन से भिड़ गईं , धमकियों भरे फोन आने पर कोर्ट में दी थी गवाही

प्रीति जिंटा ने 1998 में फिल्म ‘दिल से’ में एक छोटे से रोल से डेब्यू किया था। इसमें प्रीति को सभी ने नोटिस किया और उनके काम की तारीफ हुई। उसी साल उनकी फिल्म ‘सोल्जर’ आई जिसमें उन्होंने वह लीड एक्ट्रेस थीं। उसके बाद उनका सफर जो शुरू हुआ वह चलता गया। अपने करियर में प्रीति ने ‘चोरी चोरी चुपके चुपके’, ‘दिल चाहता है’, ‘कोई मिल गया’, ‘सलाम नमस्ते’, ‘कल हो ना हो’ और ‘वीर जारा’ सहित अन्य हिट फिल्में दीं। शुरुआती सफलता के दौरान प्रीति को अंडरवर्ल्ड से धमकियां भी मिलीं। इसका खुलासा उन्होंने कोर्ट में किया था कि उनसे 50 लाख रुपये मांगे गए थे। 31 जनवरी को प्रीति का जन्मदिन हैं। इस मौके पर बताते हैं उनका एक पुराना किस्सा।
वह दौर ऐसा था जब बॉलीवुड की कई जानी-मानी हस्तियों के पास अंडरवर्ल्ड से फोन आते थे। कथित तौर पर इनमें शाहरुख खान, सलमान खान, राकेश रोशन और महेश मांजरेकर सहित अन्य भी थे लेकिन उन्होंने कोर्ट में पेश होने से पहले अपने बयान वापस ले लिए थे। ‘चोरी चोरी चुपके चुपके‘ में प्रीति के अलावा सलमान खान और रानी मुखर्जी थीं। कहा गया कि हीरा कारोबारी भरत शाह और प्रोड्यूसर नाजिम रिजवी ने अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील की मदद से फिल्म में पैसा लगाया है।
इंडस्ट्री के जहां दूसरी हस्तियां अपने बयान से पीछे हट गए वहीं प्रीति ने छोटा शकील के खिलाफ गवाही दी थी। प्रीति ने कोर्ट में बताया था कि उन्हें धमकी भरे फोन मिले। उनके बयानों के आधार पर भरत शाह को गिरफ्तार किया गया था। कोर्ट ने नाजिम रिजवी को भी दोषी पाया था।
2018 में प्रीति ने कहा, ‘अगर मुझे पता होता कि हर कोई पीछे हटने वाला है तो मेरे पास भी यही रास्ता होता। वह मेरी जिंदगी का डरावना समय था। मैंने अदालत में जो कुछ भी कहा वह 10 मिनट बाद टीवी पर था। प्रीति ने कहा चोरी चोरी चुपके चुपके के सेट पर हर कोई धमकी भरे फोन कॉल से डरा था। उन्होंने इसे अपने तरीके से निपटा। जब वह गाली-गलौज करने लगे तब उन्होंने गैंगस्टर्स के खिलाफ खड़े होने का फैसला लिया।‘
प्रीति ने कहा, ‘मैं तब तक ठीक थी जब तक वे मुझे डरा रहे थे लेकिन फिर उन्होंने मुझे गाली देना शुरू किया तब मेरा पारा चढ़ गया। मैं स्ट्रेस ले सकती हूं लेकिन गाली देने वाले लोग नहीं। मुझे पता चला कि अगर +92 से कॉल आता है तो उसे उठाना नहीं है। सौभाग्य से मैं मशहूर थी। अगर ऐसा नहीं होता तो मेरे लिए मुश्किल होता।‘
प्रीति से पूछा गया कि जब बाकी लोग पीछे हट गए तो क्या वजह थी कि वह कोर्ट में टिकी रहीं? प्रीति ने कहा, ‘मेरा कोई परिवार नहीं था, मेरे बच्चे नहीं थे।‘
बता दें कि मामले की सीबीआई जांच की वजह से ‘चोरी चोरी चुपके चुपके‘ कई महीने की देरी से रिलीज हुई थी। फिल्म के निर्देशक अब्बास मस्तान थे।