गुलमान नबी आजाद के इस्तीफे के बाद उनपर कांग्रेस तो हमलावर है ही, अब अन्य दलों के नेता भी निशाना साधने से नहीं चूक रहे हैं। जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के प्रमुख अल्ताफ बुखारी ने आजाद को पाखंडी बताते हुए गंभारी आरोप लगाया है। बुखारी के मुताबिक, आजाद ने भले ही 2019 में संसद में अनुच्छेद 370 के बचाव में बात की और भाषण दिया, लेकिन उन्होंने इसे हटाने के लिए सरकार के पक्ष में मतदान किया था।
उन्होंने कहा, “आजाद साहब ने अनुच्छेद 370 के बचाव में संसद में एक उग्र भाषण दिया था। यहां तक कि अपनी शर्ट के एक या दो बटन भी फाड़ दिए थे। लेकिन मैं आपको एक सच बताता हूं। उन्होंने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के लिए भाजपा के पक्ष में मतदान किया था।”
बुखारी ने श्रीनगर में शुक्रवार को यह बात कही। उन्होंने आगे कहा, “अगर सच बोलना अपराध है तो फिर मैं यह बताकर यह अपराध कर रहा हूं कि आजाद साहब ने संसद में किसे वोट दिया था।”
बुखारी ने आगे कहा कि उनकी पार्टी केंद्र शासित प्रदेश के लोगों के लिए नौकरियां और जमीन हासिल करने में कामयाब रही और अब वे राज्य का दर्जा बहाल करने का प्रयास कर रहे हैं। बुखारी ने कहा, “हमारा प्रतिनिधिमंडल जल्द ही जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल से मुलाकात करेगा और औपचारिक रूप से राज्य की बहाली की मांग करेगा। हम इस मांग को पूरे केंद्र शासित प्रदेश के जिलों में मजिस्ट्रेटों के सामने भी रखेंगे।”
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उन्होंने कहा, “अगर वे कहते हैं कि विधानसभा चुनाव के बाद राज्य का दर्जा बहाल किए जाएंगे, तो वे अभी ऐसा क्यों नहीं कर सकते।”
मार्च 2020 में अपनी पार्टी की शुरुआत करने वाले पूर्व मंत्री ने कहा कि कई युवा अभी भी एहतियातन हिरासत में हैं। बुखारी ने कहा, “हम मांग करते हैं कि प्रशासन जल्द से जल्द युवाओं को रिहा करे।”