दिब्येंदु भट्टाचार्य को फिल्म देव डी के चुन्नीलाल, सेक्रेड गेम्स के मोमिन और क्रिमिनल जस्टिस के लायक जैसे किरदारों के लिए जाना जाता है

दिब्येंदु को फिल्म देव डी के चुन्नीलाल, सेक्रेड गेम्स के मोमिन और क्रिमिनल जस्टिस के लायक जैसे किरदारों के लिए जाना जाता है। दिब्येंदु को अधिकतर फिल्मों और वेब सीरीज में ग्रे शेड किरदारों में देखा गया है। इसी का नतीजा रहा कि लोग रियल लाइफ में भी उन्हें विलेन समझ बैठे।
2019 में आई वेब सीरीज क्रिमिनल जस्टिस में उन्होंने क्रिमिनल लायक का किरदार निभाया था। इस सीरीज की रिलीज के बाद बेटे ने उनका इंस्टाग्राम प्रोफाइल बना दिया। जैसे ही उन्होंने अपनी पहली तस्वीर पोस्ट की, वैसे ही कमेंट सेक्शन में लोग उन्हें जान से मारने की धमकी देने लगे थे। कुछ लोगों ने लिखा था- इतना गंदा काम कर रहा है तू। पैसे के लिए कुछ भी करेगा।
ये सब देखकर दिब्येंदु डर गए थे। उन्होंने बेटे से तुरंत इंस्टाग्राम प्रोफाइल बंद करने के लिए कह दिया। इस पर बेटे ने समझाते हुए कहा कि वो पब्लिक फिगर हैं, ऐसी तमाम चीजें फेस करनी पड़ेंगी।
बाकी स्ट्रगलर्स की तुलना में दिब्येंदु को ज्यादा संघर्ष नहीं करना पड़ा। मुंबई आने से पहले ही उन्हें फिल्म मानसून वेडिंग में काम मिल गया था। इस फिल्म के पूरे हो जाने के बाद उन्होंने खुद को रोका नहीं। जहां काम मिलता गया, वहां काम करते रहे। छोटे-बड़े जो भी रोल मिले, उन्होंने उन किरदारों को बेहतरीन ढंग से निभाया। काम की कमी तो नहीं हुई, लेकिन इसके बदले उन्हें कम ही पैसे मिलते थे। इसी में वो किसी तरह गुजर-बसर करके आगे बढ़ रहे थे।
एक वक्त आया था कि दिब्येंदु 2-3 टीवी शोज में काम कर रहे थे। एक ही तरह का काम करके वो ऊब गए थे। उन्हें लगा कि वो पैसों की आड़ में अपने काबिलियत के साथ गद्दारी कर रहे हैं। उनका मानना है कि काम पैसे देखकर नहीं बल्कि मेहनत देख कर ही मिलता है। ऐसे में उन्होंने टीवी शो में काम करना छोड़ दिया और फिल्मों के लिए स्ट्रगल करते रहे।
दिब्येंदु ​​​​​​के करियर को संवारने में अनुराग कश्यप का बहुत बड़ा हाथ है। अनुराग की फिल्म ब्लैक फ्राइडे में उन्होंने येदा याकूब का किरदार निभाया था। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान उन्होंने अनुराग की अगली फिल्म देव डी में काम करने की इच्छा जताई थी। इस पर अनुराग ने कहा था- अगर यह फिल्म रिलीज होती है और अच्छी कमाई करती है, तो मैं तुम्हें जरूर देव डी में चुन्नीलाल के रोल में कास्ट करूंगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो उस रोल के लिए किसी बड़े स्टार को कास्ट करना पड़ेगा।
3 साल के लंबे इंतजार के बाद ब्लैक फ्राइडे रिलीज भी हुई और बॉक्स ऑफिस पर उसने अच्छा परफॉर्म भी किया। इसके बाद अनुराग ने उन्हें चुन्नीलाल के रोल में कास्ट किया, जिससे उन्हें अपार सफलता मिली।
रंगभेद पर दिब्येंदु ने कहा कि उन्हें भी इस चीज का इंडस्ट्री में सामना करना पड़ा है। लोग रंग-रूप और बॉडी की वजह से उन्हें लीड रोल के लिए कभी नहीं सिलेक्ट करते थे। उनका मानना है कि इंडस्ट्री में यह चीजें सालों-साल रहेंगी और इसमें कभी भी बदलाव नहीं होंगे।
सबसे खराब पल के बारे में दिब्येंदु ने बताया कि एक बार वो तुर्की में फिल्म की शूटिंग के लिए गए थे। वो सेट पर कभी अपना फोन लेकर नहीं जाते थे। जब शूटिंग के बाद वो होटल में पहुंचे तो देखा कि बहन के बहुत सारे मैसेजेस आए हुए थे। उन्होंने फौरन कॉल किया। बातचीत के दौरान पता चला कि उनकी मां की तबीयत बहुत खराब है। अस्पताल में भर्ती करने से पहले उनकी कोविड की नेगेटिव रिपोर्ट्स मांगी जा रही थी। इससे पहले कि उन्हें भर्ती कराया जाता, उनकी मौत हो गई।
ये सुनते ही दिब्येंदु बहुत रोने लगे। क्वारंटीन होने की शर्तों के चलते उन्हें घर पहुंचने में 15 दिन का समय लग रहा था। फ्लाइट मिलने में भी दिक्कत हो रही थी। नतीजतन, उनका जाना नहीं हो पाया। उसी रात उन्हें फिर शूटिंग पर जाना पड़ा। गौर करने वाली बात यह है कि इतने कठिन समय में उन्हें कॉमेडी सीन फिल्माना पड़ा। उन्हें यह करते हुए ‘द शो मस्ट गो ऑन’ का असली मतलब समझ में आ गया था।
फिल्म मंगल पांडे में आमिर खान के साथ काम करने के एक्सपीरियंस के बारे में दिब्येंदु ने कहा कि इस फिल्म में उनका रोल बहुत छोटा था। किसी को पता भी नहीं होगा। इस फिल्म में साथ काम करने बाद वो और आमिर रियल लाइफ में अच्छा बाॅन्ड शेयर करते हैं।
बचपन और एक्टिंग से जुड़ाव के बारे में दिब्येंदु ने बताया कि उनका जन्म कोलकाता के एक मिडिल क्लास परिवार में हुआ था। घर पर फिल्मों और नाटकों को लेकर अक्सर बातें होती रहती थीं, जिस कारण उनका रुझान एक्टिंग की तरफ हुआ। घर पर भी इस चीज को लेकर कोई रोक-टोक नहीं थी। वो परिवार वालों के सामने रोज शाम को प्रैक्टिस किया करते थे। आस-पास के लोग भी उन्हें एक्टिंग की वजह से जानने लगे थे। इन चीजों के अलावा दिब्येंदु को तबला बजाना और पेंटिंग का भी शौक था।
वो एक्टिंग में इतने रम गए थे कि 12वीं में आने तक उन्होंने खुद का एक छोटा ग्रुप बना लिया था। 1993 में नाटकों के लिए इप्टा से सम्मानित भी किया गया था। इसके बाद उन्होंने 1994 में NSD में एडमिशन लिया। 3 साल NSD में पढ़ने के बाद वो वहां के रेपेट्री से जुड़ गए। यहां उन्होंने 3 साल तक काम किया था। इसके बाद ही उनका मुंबई आना हुआ।
आने वाले दिनों में दिब्येंदु वेब सीरीज पोचर में दिखाई देंगे। इस फिल्म की प्रोड्यूसर आलिया भट्ट हैं। बीते गुरुवार फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ है। यह सीरीज 23 फरवरी को अमेजन प्राइम पर स्ट्रीम होगी। फिल्म की कहानी को रिची मेहता ने लिखा है और डायरेक्टर भी वही हैं।