T20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2021) में पाकिस्तान पर भारत की जीत का रिकॉर्ड टूट गया. साल 2007 से चला आ रहा सिलसिला 2021 में आकर थम गया. पाकिस्तान ने T20 वर्ल्ड कप 2021 में अपने अभियान का आगाज ही भारत को 10 विकेट से हराकर किया है. इसी के साथ विराट कोहली (Virat Kohli) पहले कप्तान बने जिनकी अगुवाई में भारत को वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के हाथों हार मिली तो बाबर आजम (Babar Azam) पहले ऐसे कप्तान हुए, जिन्होंने वर्ल्ड कप में भारत के खिलाफ पाकिस्तान का नया इतिहास लिखा है. अब जाहिर है ऐसे में जश्न तो मनेगा ही. पाकिस्तान में इस वक्त उसी खुमारी में हैं. साथ ही साथ वो भारत की रणनीतियों पर भी सवाल खड़े कर रहा है. भारत की हार के बाद पाकिस्तान में मेंटॉर एमएस धोनी के रोल पर चुटकी ली गई है. पाकिस्तान के कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने टीवी पर बैठकर धोनी की भूमिका पर सवाल उठाए है.
मेंटॉर धोनी पर तंज कसने वाले पाकिस्तान के क्रिकेटरों में इंजमाम-उल-हक और मुश्ताक अहमद जैसे दिग्गजों का नाम शुमार रहा. इन सभी ने पाकिस्तान के बड़े न्यूज़ चैनल जियो TV के स्टूडियो में बैठकर धोनी के मेंटॉर वाले रोल पर उंगली उठाई. धोनी पर चुटकी लेते हुए इन सबके कहने का मतलब था कि चले थे विराट कोहली को बदलने और पलट गया इतिहास.
इंजमाम उल हक ने कहा कि BCCI का एमएस धोनी को टीम इंडिया का मेंटॉर बनाए जाने का फैसला ही गलत था. इंजमाम के मुताबिक इसकी कोई जरूरत ही नहीं थी, जब आपके पास हेड कोच रवि शास्त्री हो और विराट कोहली जैसे बड़े खिलाड़ी हों. ये दिखाता है कि आपके पास चीजों की कमी है फिर भी. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम के मुताबिक कुछ अर्से पहले धोनी और विराट के बीच टकरार भी थी. तो ये सारी बातें हमारी फेवर में गई हैं.
जियो TV पर बैठकर धोनी के मेंटॉर की भूमिका का उपहास उड़ाने वालों में इंजमाम अकेले नहीं थे. बल्कि इसमें उन्हें मुश्ताक अहमद का भी भरपूर साथ मिला. उन्होंने कहा कि ये जो धोनी को विराट कोहली के मिजाज को बदलने की सोच थी, वही उलटी पड़ गई. मुश्ताक के मुताबिक विराट की ताकत उनकी आक्रामकता है. लेकिन, पाकिस्तान के खिलाफ मैच में दुनिया को बदला हुआ विराट देखने को मिला. वो काफी शांत बने रहने की कोशिश कर रहे थे, जैसे कि वो हैं नहीं. संभव है कि धोनी ने ही बतौर मेंटॉर उनसे ऐसे शांत बने रहने के लिए कहा होगा
पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर मुश्ताक अहमद ने आगे कहा कि विराट कोहली अपने फैसलों को लेकर स्योर नहीं लग रहे थे. पाकिस्तानी टीम में मैच से एक दिन पहले ही अपनी 12 सदस्यीय टीम के नाम बता दिए थे. जबकि भारत का रुख टीम कॉम्बिनेशन को लेकर साफ नहीं था. पाकिस्तान ने अपने खिलाड़ियों के जो नाम पहले अनाउंस किए, उससे उन खिलाड़ियों का मनोबल बढ़े थे. उनमें आत्मविश्वास झलक रहा था. उसी का नतीजा है कि हम पहली बार वर्ल्ड कप में भारत को हराने में कामयाब रहे.