नेपाल कांग्रेस (Nepal Congress) के प्रमुख शेर बहादुर देउबा नेपाल के अगले प्रधानमंत्री होंगे. नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को आदेश जारी करते हुए नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी (Vidya Devi Bhandari) को शेर बहादुर देउबा को अगला प्रधानमंत्री नियुक्त करने और पांच महीने में दूसरी बार प्रतिनिधि सभा को बहाल करने का निर्देश दिया. हालांकि शेर बहादुर देउबा (Sher Bahadur Deuba) पहली बार नेपाल पीएम की गद्दी पर बैठने नहीं जा रहे हैं. इससे पहले भी वो 1995 से 1997 तक, उसके बाद 2001 से 2002 तक, फिर 2004 से 2005 तक और आखिरी बार 2017 से 2018 तक देश की कमान संभाल चुके हैं.
कोर्ट ने चार बार प्रधानमंत्री रह चुके देउबा के पक्ष में फैसला सुनाया तो केपी शर्मा ओली को इससे बड़ा झटका लगा जो कई महीने से दोबारा चुनावों की तैयारी कर रहे थे. कोर्ट ने यह भी कहा कि ओली की अनुशंसा पर राष्ट्रपति का निचले सदन को भंग करने का फैसला ‘असंवैधानिक’ था. उच्चतम न्यायालय ने प्रतिनिधि सभा का सत्र 18 जुलाई को शाम पांच बजे बुलाने का आदेश जारी किया है. अब सवाल ये कि नेपाल के अगले प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा कौन हैं और उनका राजनीतिक इतिहास क्या है?
नेपाली कांग्रेस के प्रमुख शेर बहादुर देउबा का जन्म 13 जून 1946 को नेपाल के सुदूर पश्चिमी क्षेत्र के दडेलहुरा जिले में हुआ था. उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत सुदूर पश्चिमी छात्र समिति के अध्यक्ष के रूप में की. वह 1971 में नेपाल छात्र संघ के संस्थापक और अध्यक्ष भी बने और 1980 तक इस पद पर बने रहे.
द काठमांडू पोस्ट के अनुसार, देउबा 1980 में राष्ट्रीय जनमत संग्रह के दौरान नेपाल में एक बहुदलीय लोकतंत्र को बढ़ावा देने में सक्रिय थे. इसके बाद देउबा को 1981 में सुदूर पश्चिमी क्षेत्र में नेपाली कांग्रेस का पुलिस प्रभारी नियुक्त किया गया. 1986 में अंतर पार्टी संघर्ष के बीच उन्होंने अलग नेपाली कांग्रेस डेमोक्रेटिक पार्टी का गठन किया. देउबा पांचवीं बार नेपाल के प्रधानमंत्री बनने वाले हैं.
प्रधानमंत्री के रूप में उनका पिछला कार्यकाल जून, 2017 में शुरू हुआ और फरवरी, 2018 में समाप्त हुआ, जिसके बाद केपी शर्मा ओली ने पदभार संभाला. इससे पहले देउबा को 1995, 2001 और 2004 में प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया था. देउबा ने गृह मामलों के मंत्री के रूप में भी काम किया है और नेपाली कांग्रेस के लिए दादेलधुरा जिले से संसद सदस्य के रूप में चुने गए हैं.
इसके अलावा, काठमांडू पोस्ट के अनुसार, देउबा 10 साल जेल में भी गुजार चुके हैं. वो राजनीतिक कारणों से 1996 से 2005 के बीच अलग-अलग समय पर जेल जा चुके हैं. कथित तौर पर, 2005 में, नेपाल के राजा ज्ञानेंद्र शाह ने अक्षमता का हवाला देते हुए उन्हें अपने पीएम पद से हटा दिया था. बता दें कि शेर बहादुर देउबा का विवाह डॉ अजरू राणा देउबा से हुआ है, जो नेपाली कांग्रेस पार्टी की सक्रिय सदस्य हैं. द काठमांडू पोस्ट के अनुसार, दंपति का एक बेटा भी है.