यूक्रेन की फॉरेन डिप्टी मिनिस्टर अमीन झापरोवा कल भारत के चार दिवसीय दौरे पर आएंगी। अधिकारियों के मुताबिक वो इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों और रूस-यूक्रेन जंग के बारे में चर्चा करेंगी।
फरवरी 2022 में जंग शुरू होने के बाद भारत में ये किसी यूक्रेन के मंत्री का पहला आधिकारिक दौरा होगा। अमीन झापरोव भारत दौरे पर विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी और डिप्टी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर विक्रम मिसरी से भी मुलाकात करेंगी।
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक भारत दौरे पर झापरोव यूक्रेन के लिए मदद की मांग कर सकती हैं। वो रूस के हवाई हमलों में तबाह हुए यूक्रेन के एनर्जी इंफ्ररास्ट्रकटर यानी ऊर्जा के ढ़ाचों को ठीक करने में भारत से सहयोग की अपील करेंगी। वहीं, झापरोव पीएम मोदी को भी यूक्रेन आने का न्यौता दे सकती हैं
दरअसल, भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है ऐसे में यूक्रेन, रूस के साथ जंग के मुद्दे को इस मंच से उठाना चाहता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक झापरोव भारत से G20 सम्मिट में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को बोलने देने का मौका भी मांग सकती हैं।
यूक्रेन की विदेश के भारत आने से एक महीने पहले मार्च में भारत आए थे। इस दौरान उन्होंने यूक्रेन जंग पर हो रही रूस की आलोचनाओं पर जवाब दिया था। पुतिन के विदेश मंत्री से जब पूछा गया कि क्या जंग ही यूक्रेन के साथ विवाद का इकलौता समाधान था। इसके जवाब में सर्गेइ लावरोव ने कहा- दूसरे देशों में घुसपैठ को लेकर कोई अमेरिका से सवाल क्यों नहीं पूछता है?
लावरोव ने कहा कि क्या आपने अमेरिका और नाटो से पूछा की वो अफगानिस्तान, इराक और सीरिया में जो कर रहे हैं वो सही है? लावरोव के इस जवाब पर वहां मौजूद लोगों ने जमकर तालियां बजाई।