उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि दूसरों के किस्मत की कुंडली बांचने वाले तेजस्वी यादव की एकमात्र योग्यता पूर्व मुख्यमंत्रियों का पुत्र होना है। लोगों ने देखा है कि किस प्रकार अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज कर लालू यादव ने दो-दो बार उपमुख्यमंत्री बनवाया है। वे पांच अहम विभागों के मंत्री रहे, लेकिन उपलब्धि के नाम पर जीरो पर आउट हो गए।
2020 के बाद हर चुनाव में फेल
डिप्टी सीएम ने कहा कि 2020 में राजद को चंद सीटों का फायदा क्या हो गया वो खुद को जननेता मान बैठे। उसके बाद हुए हर चुनाव में वे फेल हुए हैं। इसलिए, आज उनकी हालत बिहार की राजनीति में पिटे हुए शहजादे जैसी हो चली है। बिहार की जनता ने देखा है कि जब ये लोग सरकार में रहे हैं तब सत्तपोषित अराजक तत्त्वों ने शासन के दुरुपयोग से लेकर अपराध, अपहरण और आतंक का कैसा खुला प्रदर्शन किया है।
रचनात्मक रास्ते पर चलने की सलाह
उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि अगर तेजस्वी को अपनी राजनीतिक जमीन बचानी है तो रचनात्मक राजनीति के रास्ते पर चलने का प्रयास करना चाहिए। अन्यथा आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी और उनकी पार्टी की हालत 2010 से भी बुरी हो जाएगी।बुजुर्गों को बीमा पर कर में राहत देने पर विचार कर रही जीएसटी परिषद उपमुख्यमंत्री व वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार वरिष्ठ नागरिकों के बीमा कर (जीएसटी) को संशोधित कर राहत देने पर गंभीरता से विचार कर रही है।
राजस्थान के जैसलमेर में जीएसटी काउंसिल की 55वीं बैठक के बाद चौधरी ने कहा कि कई राज्यों के वित्त मंत्रियों ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए समूह बीमा (ग्रुप इंश्योरेंस) या व्यक्तिगत बीमा (इंडिविजुअल इंश्योरेंस) पर कर कम करने के लिए सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों को बीमा पर कर में राहत देने के लिए हम एक और बैठक कर इस मुद्दे पर विस्तार से विचार कर अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को देंगे।
चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए वय वंदन योजना शुरू की और प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत 70 वर्ष या इससे अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों के लिए आयुष्मान कार्ड की जारी करने की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि 55वीं जीएसटी परिषद बैठक में बुजुर्गों का बीमा कर न्यूनतम करने पर विमर्श किया गया।