लोकसभा चुनाव से पहले यूपी निकाय चुनाव के प्रचार अभियान की रूपरेखा BJP ने तैयार कर ली है। पश्चिम यूपी से प्रचार अभियान की शुरुआत होगी। गांव-गांव और गली-गली में लोगों तक सरकार के काम को पहुंचाने की जिम्मेदारी डिप्टी सीएम, केंद्रीय मंत्री और जनप्रतिनिधियों को सौंपी गई है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने रविवार शाम वर्चुअल संवाद करके सभी क्षेत्रीय और जिला अध्यक्ष को निकाय चुनाव के टिकट देने की रणनीति के बारे में बताया। उन्होंने 17 नगर निगम में 68 सामाजिक सम्मेलन किए जाने के प्लान पर चर्चा की। हर नगर निगम में 4 सामाजिक सम्मेलन होने हैं। राज्य सरकार के मंत्रियों से लेकर विधायकों तक की जिम्मेदारी तय की है।
भूपेंद्र चौधरी ने प्रदेश मुख्यालय पर प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल के साथ आगामी 6 अप्रैल से लेकर 14 अप्रैल तक चलने वाले सामाजिक न्याय सप्ताह पर वर्चुअल बैठक की। बैठक में क्षेत्रीय प्रभारी, क्षेत्रीय अध्यक्ष, जिला प्रभारी व जिला अध्यक्ष उपस्थित रहे। 7 से 9 अप्रैल के बीच 17 नगर निगमों में केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार के मंत्रियों को जिम्मेदारी लगाई गई है। वार्ड से लेकर जिला स्तर पर दलित, ओबीसी और प्रबुद्ध जनों के सम्मेलन के जरिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार की योजनाएं बताई जानी है।
बीजेपी की तरफ से दोनों डिप्टी सीएम, कैबिनेट मंत्रियों के अलावा केंद्रीय मंत्री अमित शाह, भूपेंद्र यादव, बीएल वर्मा, एसपी सिंह बघेल और भानु प्रताप जैसे केंद्रीय मंत्रियों को भी जिम्मेदारी दी है। सरकार की नीतियों को लेकर गांव-गांव जाने का प्लान तैयार किया है। बीजेपी सबसे पहले पश्चिमी क्षेत्रों में अभियान शुरू करेगी।
बीजेपी ने अपनी नई टीम का ऐलान कर दिया निकाय चुनाव की तारीख का कभी भी ऐलान हो सकता है, लेकिन इससे पहले ही बीजेपी ने पश्चिम की सीटों पर भगवा फहराने की तैयारी कर ली है। इसको लेकर बीजेपी ने अपनी नई टीम का ऐलान कर दिया है। क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेंद्र सिसोदिया ने मेरठ के पश्चिमी कार्यालय में पश्चिम के पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं के साथ जीत के गणित पर मंथन किया। पश्चिम के कई जिलों के विधायक, एमएलसी, प्रदेश उपाध्यक्ष, मंत्री सहित तमाम पदाधिकारियों के साथ निकाय चुनाव पर मंथन किया।
बीजेपी अध्यक्ष और संगठन महामंत्री धर्मपाल ने सभी नगर निगम और नगर पालिका टिकट मांगने वाले उम्मीदवारों को जिला अध्यक्ष से मिलने के संकेत दिए हैं। बीजेपी कार्यालय में सख्त हिदायत दी गई है कि टिकट उन्हीं कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को मिलेगा। जिनकी रिपोर्ट जिले और क्षेत्रीय अध्यक्ष से प्रदेश को भेजी जाएगी।
वार्ड की टिकट में जिला और महानगर अध्यक्ष के अलावा विधायक और सांसद की सहमति होगी। प्रत्येक वार्ड से 3 से 5 नाम भेजे जाएंगे। बीजेपी की नई कार्यकारिणी में प्रदेश की टीम के अलावा क्षेत्रीय टीम का ऐलान किया गया है। लेकिन अभी तक की जिला और महानगर अध्यक्ष के बदले जाने की कोई भी सूचना सामने नहीं आ रही है। माना जा रहा है कि बीजेपी प्रदेश के अन्य विंग की टीम का ऐलान कर सकती है, लेकिन जिला और महानगर के अध्यक्षों का ऐलान निकाय चुनाव के बाद करेगी।