उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा- सचिन वझे मामले में किसी को भी नहीं बचाएगी महाराष्ट्र सरकार

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने साफ कहा है कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के निकट विस्फोटक लदी स्कार्पियो मिलने का मामला हो या मनसुख हिरेन की मौत का, सरकार किसी को बचाने की कोशिश नहीं करेगी। जो भी जिम्मेदार मिलेगा, उस पर कार्रवाई होगी। उन्होंने यह बात दो घंटे चली महाविकास आघाड़ी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद पत्रकारों से कही।

दूसरी ओर दिल्ली में शरद पवार ने कहा है कि सचिन वझे प्रकरण का महाविकास आघाड़ी सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। दूसरी बार निलंबित हो चुके मुंबई पुलिस के एपीआई सचिन वझे की गिरफ्तारी के बाद से ही महाराष्ट्र का सत्तारूढ़ महाविकास आघाड़ी गठबंधन दबाव में है।

बैठकों का दौर सोमवार से ही जारी है। सोमवार को राकांपा अध्यक्ष शरद पवार सुबह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने उनके सरकारी आवास वर्षा गए। शाम को पहले अपनी पार्टी के सभी मंत्रियों के साथ बैठक की, फिर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। बैठकों का सिलसिला मंगलवार को भी मुख्यमंत्री आवास पर महाविकास आघाड़ी के प्रमुख नेताओं की बैठक से शुरू हुआ। इसमें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के अलावा, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, राकांपा प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल एवं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले शामिल हुए। यह बैठक करीब दो घंटे चली। इसके बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बालासाहब थोरात ने अलग से मुलाकात की।

महाआघाड़ी के नेताओं की बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति अच्छी होनी चाहिए। इसे बिगाड़ने के लिए जिम्मेदार किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।

पवार ने कहा कि अंबानी के घर के निकट मिली विस्फोटक लदी स्कार्पियो मामले की जांच एनआइए कर रही है। जबकि मनसुख हिरेन की मौत का मामला मुंबई एटीएस के पास है। उनके अनुसार मनसुख मामले की गहराई से जांच की जाएगी। यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति किसी राजनीतिक दल से जुड़ा पाया गया, तो उसकी भी जांच की जाएगी।

बता दें कि ऐसा कहकर अजीत पवार ने शिवसेना की ओर ही इशारा किया है। मनसुख हिरेन की मौत के मामले में शिवसेना के एक पूर्व सभासद धनंजय गावड़े का नाम भी सामने आ रहा है। जबकि एनआइए द्वारा गिरफ्तार किए जा चुके एपीआई सचिन वझे भी शिवसेना से जुड़े रहे हैं।

सचिन वझे प्रकरण के बाद सरकार में शामिल तीनों दलों के बीच तनाव के संबंध में अजीत पवार ने कहा कि हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। मुंबई के पुलिस आयुक्त को हटाए जाने के सवाल को अजीत पवार टाल गए।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बालासाहब थोरात ने भी पत्रकारों से बात करते हुए महाविकास आघाड़ी में किसी प्रकार के मतभेद से इन्कार किया है। वह मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे।
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार को दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि एक राष्ट्रीय एजेंसी जिस प्रकरण की जांच में लगी है, उसे सहयोग करना हम लोगों का फर्ज है। इनके काम में कोई रुकावट न आए, इसका ध्यान देना है।
जिन लोगों ने अपने अधिकार का गलत इस्तेमाल किया है, उन्हें उनकी जगह दिखाने के लिए अगर राष्ट्रीय एजेंसी (एनआइए) कोई कदम उठाती है, तो उसके प्रति सहयोगात्मक रवैया अख्तियार करने के प्रति महाविकास आघाड़ी में कोई मतभेद नहीं है, लेकिन पवार ने यह भी कहा कि वझे प्रकरण को लेकर राज्य की सरकार पर कोई असर नहीं पड़ने वाला।
सोमवार को उद्धव ठाकरे से हुई मुलाकात पर शरद पवार ने कहा कि वह राज्य सरकार के कामकाज को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा करते रहते हैं।
पवार का मानना है कि महाराष्ट्र सरकार ने सचिन वझे एवं अंबानी से जुड़े प्रकरण में ठीक से काम किया है। इसीलिए इस मामले में सब मामले खुलते जा रहे हैं, लेकिन पवार मुंबई के पुलिस आयुक्त को हटाए जाने का सवाल यह कहकर टाल गए कि यह जिम्मेदारी मुख्यमंत्री की होती है।
सचिन वझे की गिरफ्तारी के बाद भाजपा के हमले और तेज हो गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने मंगलवार को मुख्यमंत्री को घेरते हुए तीन ट्वीट किए हैं। पुणे में हुई एलगार परिषद में हिंदुओं पर अभद्र टिप्पणी करनेवाले शर्जील उस्मानी की याद दिलाते हुए फड़नवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री ने विधानसभा में छाती ठोककर कहा था कि शर्जील पर कार्रवाई की जाएगी। लेकिन हुआ क्या? क्या वह पकड़ कर लाया गया? उसने कोई जवाब दिया क्या?

फड़नवीस ने आरोप लगाया कि शर्जील को बचाने के लिए उसके विरुद्ध दर्ज प्राथमिकी में परिवर्तन किया गया है। फड़नवीस ने मुख्यमंत्री से सवाल दागा कि सत्ता के लिए किस-किस को बचाओगे उद्धवजी?
फड़नवीस इससे पहले सरकार पर दबाव बनाते हुए लगातार कहते रहे हैं कि मनसुख हत्या प्रकरण का खुलासा हुए बिना अंबानी के घर के निकट खड़ी की गई कार की जांच पूरी नहीं होगी।
उधर भाजपा नेता संजय पांडे ने कहा है कि महाराष्ट्र में आजतक ऐसा नहीं हुआ कि पुलिस को इस्तेमाल करके कोई आतंकवादी घटना को अंजाम दे सके। यह अपने आप में घृणास्पद कृत्य है। पुलिस और महाराष्ट्र की छवि धूमिल करने का काम महाविकास आघाड़ी सरकार ने किया है। इसकी जितनी निंदा की जाए, कम है।