पांच साल पहले प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत खुले खातों में जमा राशि जल्द ही एक लाख करोड़ के पार हो जाएगी। ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 03 अप्रैल को इन खातों का बैलेंस 97,665 करोड़ रुपये था। इससे पहले 27 मार्च को कुल जमा राशि 96,107 करोड़ रुपये थी। अभी देश में जनधन खातों की तादाद 35.39 करोड़ है। इनमें से 27.89 करोड़ खाताधारकों को रुपे डेबिट कार्ड जारी किए जा चुके हैं। इस योजना की सफलता को देखते हुए सरकार ने 28 अगस्त 2018 के बाद नए खाताधारकों का दुर्घटना बीमा एक लाख से बढ़ाकर दो लाख रुपये कर दिया था। ओवरड्राफ्ट सीमा को भी दोगुना कर 10 हजार रुपये कर दिया गया। सरकार ने भी खातों की संख्या बढ़ाने के लिए ‘प्रत्येक घर’ की बजाय ‘प्रत्येक वयस्क’ पर ध्यान केंद्रित किया।
गौरतलब है कि इस योजना के अंतर्गत 50 फीसदी खाताधारक महिलाएं हैं। करीब 59 फीसदी खाते ग्रामीण और अर्द्ध-शहरी इलाकों में हैं। सरकार की ओर से दी जाने वाली तमाम सब्सिडी डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर के तहत जनधन खातों में ही भेजी जाती है।