यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने “उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023” के आयोजन की औपचारिक घोषणा की है। इसके लिए मंगलवार को दिल्ली में कार्यक्रम आयोजित किया गया। उत्तर प्रदेश को एक लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की मुहिम के तहत फरवरी में इन्वेस्टर्स समिट होगी। मुख्यमंत्री ने दुनियाभर के औद्योगिक निवेशकों को उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया।
योगी सरकार का दावा है कि ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट (GIS-2023) के पहले ही 6 महीनों में 55 कंपनियों से 45 हजार करोड़ रुपये के प्रस्ताव आ गए हैं।
योगी सरकार 25 नई नीतियां बना रही है
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश सरकार ने आईटी-आईटीएस, डाटा सेंटर, एसबीएम, डिफेंस एंड एयरोस्पेस, इलेक्ट्रिक व्हीकल, वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स और टूरिज्म सेमत अलग-अलग क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए लगभग 25 नीतियां तैयार कर रही है। मंगलवार को दिल्ली में दो खास डिजिटल पोर्टल लॉन्च किए हैं। जिनके बारे में सीएम ने कहा, ‘मुझे अपने निवेशक सदस्यों के लिए इन डिजिटल प्लेटफार्म से अनेक नीतियों का अनावरण करते हुए खुशी हुई है।
सीएम ने कहा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के निकट स्थित होने और देश की सबसे बड़ी आबादी का राज्य होने के कारण हमारे पास देश का सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार है। भारत की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक होने के नाते उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद में 8% का योगदान करता है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप आगे बढ़ रहा है। हम इसे देश की नम्बर वन अर्थव्यवस्था बनाना चाहते हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा हमारी सरकार ने राज्य में कानून का शासन स्थापित किया है। अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है।
मुख्यमंत्री ने कहा इन्वेस्टमेंट पार्टनर्स को औद्योगिक सुरक्षा के प्रति भरोसा दिया है। सिंगल विंडो निवेश मित्र पोर्टल शुरू किया गया
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने एक ऑनलाइन इंसेंटिव मैनेजमेंट सिस्टम का विकास किया है। प्रदेश सरकार ने सिंगल विंडो निवेश मित्र पोर्टल शुरू किया है। जिसके माध्यम से उद्यमियों को ऑनलाइन स्वीकृतियां उपलब्ध कराई जा रही हैं। उत्तर प्रदेश सरकार सड़क, वायु, जल और रेल नेटवर्क के माध्यम से निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे का तेजी से विकास कर रही है। इसमें उद्योगों को वैश्विक और घरेलू बाजारों तक पहुंचना आसान होगा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा उत्तर प्रदेश में 16 हजार किलोमीटर का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क उपलब्ध है। वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का 8.5% और ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का 57% प्रदेश से गुजरता है। दोनों फ्रेट कॉरिडोर का जंक्शन उत्तर ग्रेटर नोएडा के दादरी इलाके में उपलब्ध है। देश के राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क यूपी सबसे ऊपर है। प्रदेश में 13 एक्सप्रेसवे हैं। अब यूपी को एक्सप्रेस प्रदेश बोला जाने लगा है। प्रदेश में 6 एक्सप्रेसवे बन चुके हैं और 7 एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं।
लखनऊ, वाराणसी और कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे हैं। अब गौतमबुद्ध नगर हवाई अड्डे का निर्माण काफी तेज गति से चल रहा है। उत्तर प्रदेश 5 अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों वाला देश का एकमात्र राज्य बनने जा रहा है। जेवर में 5 हजार हेक्टेयर भूमि पर एशिया का दूसरा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा बन रहा है।