कोरोना के नाम पर दोहरे मापदंड अपनाकर राजनीति कर रही दिल्ली सरकार : जावेड़कर

जेईई और नीट की परीक्षा को लेकर यूं तो पूरे देश में राजनीति छिड़ गई है, केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कोरोना को लेकर दिल्ली सरकार के दो अलग-अलग रुख पर तंज किया है। उन्होंने कहा – ‘कैसा कमाल है, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कह रहे हैं कि कोरोना नियंत्रण में है और मेट्रो शुरू होना चाहिए और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कह रहे हैं कि कोरोना बढ़ रहा , परीक्षा टलनी चाहिए। क्या यही राजनीति है?’

दरअसल कोरोना के कारण कई मुद्दों पर केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच तकरार रहा है। कोरोना के नियंत्रण के दावे को लेकर भी खींचतान होती रही है। जहां दिल्ली सरकार कोरोना से बच्चों पर खतरे की आशंका जताते हुए सिर्फ जेईई और नीट की परीक्षा का ही विरोध नहीं कर रहे हैं, बल्कि दिल्ली विश्वविद्यालय में अंतिम वर्ष की परीक्षाओं के भी खिलाफ हैं। जेईई, नीट का मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार के लिए चला गया है, लेकिन अंतिम वर्ष की परीक्षाओं के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र के पक्ष में फैसला सुना दिया है।

प्रकाश जावडेकर मेट्रो और जेईई-नीट परीक्षा पर केजरीवाल सरकार के अलग-अलग रुख अपनाने की राजनीति पर सवाल उठाते हुए अंतिम वर्ष की परीक्षा पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी स्वागत किया है। उनके अनुसार ‘सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से छात्रों को मेरिट के आधार पर आगे प्रवेश लेने में मदद मिलेगी।’

इसके पहले दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कोरोना को लेकर दिल्ली सरकार के दोहरे मापदंड को लेकर भी हमला किया था। आदेश गुप्ता ने अपने ट्वीट में ‘अपनी अपनी डफली अपना अपना राग, आप ने कर दिया दिल्ली का बंटाधार’ लिखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया के बयान का क्लीप टैग किया था। इसमें केजरीवाल मेट्रो खोलने की और सिसौदिया परीक्षा टालने की वकालत कर रहे हैं।