दिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election) होने जा रहे हैं. चुनाव से पहले ‘आप’ ने सबसे पहले 70 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. वहीं बीजेपी (BJP) की लिस्ट भी जल्द जारी होने की उम्मीद है. लेकिन कांग्रेस के दिग्गज नेता इस चुनाव में मैदान में उतरने से लगातार इंकार कर रहे हैं. सूत्रों की माने तो इस चुनाव में कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं ने चुनावी मैदान में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के निर्देश के बावजूद चुनाव लड़ने से मना किया है. सूत्रों के अनुसार, पूर्व दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन के बाद पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा भी चुनाव लड़ने को इच्छुक नहीं हैं. ‘आप’ पर बरसे कांग्रेस के दिग्गज नेता
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जेपी अग्रवाल ने अपने एक बयान में आम आदमी पार्टी को बिना जनाधार वाली पार्टी बताया है. अग्रवाल का मानना है कि इसी कारण इन्होंने अपने लोकसभा चुनाव लड़ने वाले सिनियर नेताओं को विधानसभा का टिकट दिया है. अग्रवाल ने कहा कि अगर अध्यक्ष से निर्देश और टिकट मिला तो वो चुनावी मैदान में उतरेंगे.
पिछले चुनाव में नहीं खुला था कांग्रेस का खाता 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में ‘कांग्रेस’ के एक भी उम्मीदवार चुनाव जीतने में सफल नहीं हो सका था. इस चुनाव में ‘आप’ पर दिल्ली की जनता ने आंख मुंद कर भरोसा जताया था. ‘आप’ ने दिल्ली विधानसभा की 67 सीटों पर जीत हासिल की थी. वहीं ‘बीजेपी’ को 3 सीटें मिली थी. जबकि 2013 के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने 8 सीटों पर जीत हासिल की थी.
कांग्रेस को लग चुका है बड़ा झटका
विधानसभा चुनाव के पहले दिल्ली में कांग्रेस को बड़ा झटका लग चुका है. दिल्ली में कांग्रेस के पूर्वांचली चेहरे रहे महाबल मिश्रा के बेटे विनय मिश्रा को आप ने द्वारका से टिकट दिया है. यहां से आप ने पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के पोते आदर्श का टिकट काट दिया है. माना जा रहा है कि महाबल मिश्रा की सहमति से उनके बेटे आप की टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे हैं. वहीं मटियामहल से 5 बार कांग्रेस विधायक रहे शोएब इकबाल के चुनाव के पहले आप में शामिल होने को भी कांग्रेस के लिए नुकसान माना जा रहा है. वैसे कांग्रेस नेता इस तरह की किसी भी तरह की संभावना से पूरी तरह इंकार कर रहे हैं.