कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं। राज्य में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला है। अब कांग्रेस को फैसला करना है कि मुख्यमंत्री किसे बनाया जाए? इसके लिए रविवार को बेंगलुरु के शांगरी-ला होटल में पार्टी के विधायक दल की बैठक हुई।
इस दौरान डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के साथ 3 ऑब्जर्वर सुशील कुमार शिंदे, दीपक बावरिया और भंवर जितेंद्र सिंह मौजूद रहे। बैठक में तय किया गया कि विधायक दल का नेता कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे चुनेंगे। सिद्धारमैया ने यह प्रस्ताव रखा था, जिसका शिवकुमार समेत सभी विधायकों ने समर्थन किया।
इधर, मल्लिकार्जुन खड़गे के कहने पर ऑब्जवर्स से सभी विधायकों से रातभर होटल में ही वन-टु-वन बात की।
शिवकुमार ने कहा- कुछ लोग कहते हैं कि सिद्धारमैया के साथ मेरे मतभेद हैं, लेकिन हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। मैंने पार्टी के लिए कुर्बानी दी और सिद्धारमैयाजी के साथ खड़ा हुआ।
कर्नाटक कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामलिंगा रेड्डी ने कहा- विधायक दल की बैठक में AICC के अध्यक्ष और महासचिव राय लेंगे और मुख्यमंत्री का चुनाव करेंगे। हर पार्टी में किसी न किसी की महत्वाकांक्षाएं होती हैं, लेकिन सिर्फ एक ही CM होगा। चुनाव विधायक और हाई कमान करेगा। शिवकुमार और सिद्धारमैया ही नहीं, एमबी पाटिल और जी परमेश्वर भी CM बनना चाहते हैं।
कांग्रेस नेता सैयद नसीर बोले- सीएम की घोषणा 2-3 दिनों के भीतर की जाएगी। जल्द कैबिनेट के गठन की तैयारी है।
बैठक से पहले ही कांग्रेस कर्नाटक चीफ डीके शिवकुमार और वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया के समर्थकों ने पोस्टरबाजी शुरू हो गई। समर्थकों ने बेंगलुरु में जगह-जगह सिद्धारमैया और डीके को सीएम बनाने के लिए पोस्टर चस्पा किए हैं। उधर, जीत के बाद वोक्कालिगा संतों ने शिवकुमार से उनके घर पर मुलाकात की है।
नोनाविनकेरे कदासिद्देश्वर मठ प्रमुख से मिलने के बाद शिवकुमार बोले- यह मठ मेरे लिए एक पवित्र स्थान है। स्वामीजी ने हमेशा मेरा मार्गदर्शन किया है। जब इनकम टैक्स का छापा पड़ा, तब भी स्वामीजी ने मुझे पूरा मार्गदर्शन दिया। मैंने 134 सीटों की मांग की और मुझे उससे ज्यादा मिलीं।