तुर्किये और सीरिया में 6 फरवरी को आए भूकंप में मरने वालों की संख्या 46 हजार पार कर गई है। इसी बीच तुर्किये में रेस्क्यू टीम ने 13 दिन बाद तीन लोगों को मलबे से जिंदा बाहर निकाला है। इनमें एक बच्चा है।
इधर, घाना देश के फुटबॉलर क्रिश्चियन आत्सु का शव तुर्किये के हताय में मिला है। भूकंप से उनका घर तबाह हो गया था। 31 साल के आत्सु ने सितंबर में ही टर्किश सुपर लीग क्लब जॉइन किया था।
रॉयटर्स न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्किये और उत्तरी सीरिया में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप से धरती को काफी नुकसान पहुंचा है। धरती में दो बड़े क्रैक आए हैं, जिनमें से एक क्रैक 300 किलोमीटर का है। यहां जमीन दो विपरीत दिशाओं में 23 फीट तक खिसक गई।
तुर्किये की डिजास्टर एजेंसी के हेड ओरहान तातर ने शुक्रवार को बताया कि 6 फरवरी को आए भूकंप के बाद से 4700 आफ्टरशॉक आ चुके हैं। हर चार मिनट एक आफ्टरशॉक आ रहा है। इनमें से ज्यादातर की तीव्रता 4 से ज्यादा की रही है।
तुर्किये में 38,044 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। सीरिया में 5,800 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।
तुर्किये में एक करोड़ 30 लाख लोग 10 राज्यों में डिसप्लेस हो चुके हैं। अब तक 8 हजार लोगों को बचा लिया गया है।
तुर्किये-सीरिया में मलबे के नीचे दबे जिंदा लोगों की तलाश अब आखिरी चरण में है। इसके बाद शवों के ही मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है।
सीरिया में भूकंप पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए 20 फरवरी तक के लिए राष्ट्रीय ध्वज आधा झुकाया गया।
वहीं शुक्रवार को फुटबॉल की अंतर्राष्ट्रीय संस्था फीफा ने भी तुर्किये और सीरिया के लिए 1 मिलियन डॉलर की मदद देने की घोषणा की है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप से तुर्किये को 6 लाख करोड़ का नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि सरकार ने इसे 4 लाख करोड़ रुपए ही माना है। रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा खर्च भूकंप की वजह से धराशायी हुई इमारतों को दोबारा से खड़ा करने में आएगा।
तुर्किये के कोन्या इलाके में भूकंप में बाल-बाल बचे एक परिवार के सात लोगों की मौत आग में जलने से हो गई । ये परिवार कुछ दिनों पहले ही कोन्या में भूकंप से मची तबाही से बचते हुए नुर्दानी में शिफ्ट हुआ था। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक एक इमारत में आग लगने से 7 लोगों की मौत हुई है। आग कैसे लगी अभी इसकी जांच की जा रही है। इस पूरी घटना में एक छोटी बच्ची को बचा लिया गया। वहीं मरने वालों में पांच बच्चे शामिल थे।
तुर्किये और सीरिया में 6 फरवरी को सुबह 3 बड़े भूकंप आए थे। तुर्किये के वक्त के मुताबिक, पहला भूकंप सुबह करीब चार बजे (7.8), दूसरा करीब 10 बजे (7.6) और तीसरा दोपहर 3 बजे (6.0) आया।
इसके अलावा 243 आफ्टर शॉक्स भी दर्ज किए गए। इनकी तीव्रता 4 से 5 रही। तुर्किये में 7 फरवरी सुबह 8.53 पर फिर भूकंप आया। इसके बाद दोपहर 12.41 बजे 5.4 तीव्रता का भूकंप आया।
भूकंप का एपिसेंटर तुर्किये का गाजियांटेप शहर रहा। यह सीरिया बॉर्डर से 90 किमी दूर है। इसलिए इसके आसपास के इलाकों में ज्यादा तबाही हुई।
दुनिया में हर साल 20 हजार भूकंप आते हैं
हर साल दुनिया में कई भूकंप आते हैं, लेकिन इनकी तीव्रता कम होती है। नेशनल अर्थक्वेक इन्फॉर्मेशन सेंटर हर साल करीब 20 हजार भूकंप रिकॉर्ड करता है। इसमें से 100 भूकंप ऐसे होते हैं जिनसे नुकसान ज्यादा होता है। यह कुछ सेकेंड तक रहता है। अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा देर तक रहने वाला भूकंप 2004 में हिंद महासागर में आया था। यह भूकंप 10 मिनट तक रहा था।