चीन में कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही भारत, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देशों में भी संक्रमण फैलने का खतरा मंडराने लगा है। भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 228 नए मामले सामने आए हैं। वहीं चार लोगों की मौत हुई है। एक्टिव केस की संख्या 2,503 है।
इधर, चाइना कम्युनिस्ट पार्टी पर नजर रखने वाली ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट जेनिफर जेंग ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो के मुताबिक, चीन में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। वहां श्मशानों में जगह नहीं होने के कारण टेंट में शव रखे जा रहे हैं
ऑस्ट्रेलिया से जबलपुर आई 38 साल की महिला कोरोना संक्रमित पाई गई है। मध्यप्रदेश हेल्थ डिपार्टमेंट के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉक्टर संजय मिश्रा ने बताया कि महिला 23 दिसंबर को मुंबई पहुंची थी, वहां से जबलपुर आई। उसके सैंपल जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। महिला के परिजनों के सैंपल भी भेजे गए हैं।
महाराष्ट्र में शुक्रवार को 32 मामले सामने आए। इनमें से 11-11 मामले पुणे और मुंबई में मिले। कुल मामले 81,36,780 हो गए हैं। 12,916 लोगों की टेस्टिंग की गई।
शुक्रवार को केंद्र सरकार ने बताया है कि देश में 11 दिन में आए 124 इंटरनेशनल ट्रैवलर्स में ओमिक्रॉन के 11 सब-वैरिएंट मिले हैं।
अब जानते हैं दुनिया में कोरोना की क्या स्थिति है…
चीन में सोशल मीडिया साइट वीबो ने एक हजार से ज्यादा अकाउंट्स को बैन कर दिया हैय़ ये साइट ट्विटर की तरह है। सोशल मीडिया साइट ने उन अकाउंट्स को बैन किया है, जिन पर चीन की जीरो-कोविड पॉलिसी की आलोचना की जा रही है। इनमें से कुछ अकाउंट्स ऐसे भी हैं, जो चीनी हेल्थ एक्सपर्ट्स पर पर्सनल कमेंट्स करते हैं। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक, कुछ अकाउंट्स को टेम्पररी तौर पर सस्पेंड किया गया है और कुछ पर पर्मानेंट बैन लगा दिया गया है। साइट पर आलोचना वाले करीब 13 हजार पोस्ट को रिव्यू करने के बाद ये फैसला लिया गया।
चीन के महामारी विशेषज्ञ जेंग गुआंग का दावा है कि यहां के हर शहर के लगभग 50% लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। चीनी हेल्थ एजेंसी से लीक हुए डॉक्यूमेंट में ये बात सामने आई थी कि 1 दिसंबर से 20 दिसंबर के बीच 25 करोड़ लोग कोरोना से संक्रमित हुए थे।
जापान में भी कोरोना बेकाबू हो रहा है।यहां शुक्रवार को 456 लोगों की मौत हुई। राजधानी टोक्यो में ही 20,720 मामले सामने आए। अब भी कोरोना से संक्रमित 650 मरीजों की हालत गंभीर है।
हेल्थ मिनिस्ट्री ने कोरोना के चलते मरने वालों के फ्यूनरल को लेकर बनाई गई गाइडलाइन में बदलाव किए हैं। अब कोरोना से जान गवांने वालों का अंतिम संस्कार आम तरीके से ही किया जाएगा। जुलाई 2020 में गाइडलाइन आई थी कि कोरोना संक्रमण के मरने वालों के शवों को पहले एक बैग में भरा जाएगा फिर फ्यूनल होगा। यहां पिछले एक हफ्ते में ओल्ड ऐज होम्स में रहने वाले 100 लोगों की मौत हुई। 738 लोग अब भी संक्रमित हैं। हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक, ओल्ड ऐज होम्स में हुई 5.8% मौतों का कारण कोरोना संक्रमण है।
दुनिया में अब तक 66 करोड़ 75 लाख 23 हजार 76 मामले सामने आ चुके हैं। 11 जनवरी 2020 को चीन के वुहान में 61 साल के बुजुर्ग की मौत हुई थी। ये दुनिया में कोरोना से होने वाली पहली मौत थी। इसके बाद मौत का सिलसिला बढ़ने लगा। अब तक 67 लाख 4 हजार 741 मौतें हो चुकी हैं।
चीन से आने वाले यात्रियों पर स्वीडन, जर्मनी, मलेशिया, कतर, बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, मोरक्को, फ्रांस, ब्रिटेन, स्पेन, अमेरिका, जापान, इजराइल, भारत, इटली और साउथ कोरिया ने प्रतिबंध लगाए हैं। यहां चीन से आने वाले यात्रियों को नेगेटिव कोरोना रिपोर्ट दिखानी होगी। मोरक्को ने तो चीन के यात्रियों को बैन ही कर दिया है। ताइवान ने भी चीन से आने वालों के लिए कोविड टेस्टिंग कंपलसरी की है। पाकिस्तान और फिलीपींस भी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। थाईलैंड और न्यूजीलैंड ने कोई भी प्रतिबंध लगाने से मना कर दिया है।