भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष दयाशंकर मिश्रा समाजवादी पार्टी में शामिल हों गये है । पार्टी में तरजीह न मिलने की वजह से भाजपा छोड़ बसपा में शामिल हुए थे और भाजपा के खिलाफ लोकसभा चुनावों में बसपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में थे। बसपा ने उन्हें टिकट देकर लोकसभा चुनाव मैंदान में उतारा था लेकिन, ऐन वक्त यानी कि नामांकन के आखिरी दिन बसपा ने उनका टिकट काट लवकुश पटेल को दे दिया। इसी के बाद जिले में सियासी पारा चढ़ गया और लोग भाजपा की जीत सुनिश्चित मान रहे थे, ऐसा इसलिए क्योंकि दयाशंकर मिश्रा की लड़ाई को लेकर सीधे तौर पर भाजपा से देखा जा रहा था।
राजनीतिक जानकारों की मानें तो दयाशंकर मिश्रा जितनी तेज लड़ते उतना नुकसान भाजपा को होता और जिले में समाजवादी पार्टी मजबूत होती, लेकिन अब दयाशंकर मिश्रा के घर वापसी का सवाल ही नहीं है। अब वे सपा में शामिल होंगे। दयाशंकर मिश्र का टिकट कटने के बाद जहां उनके समर्थकों में निराशा थी, तो वहीं विरोधी खेमें में जश्न का माहौल था। बसपा से टिकट कटना दयाशंकर मिश्र के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं था। हालांकि, बसपा से टिकट कटना कुछ लोग भाजपा की ही रणनीति का हिस्सा मान रहे थे। लेकिन आज अखिलेश यादव से मिलकर ली सपा की सदस्यता। बसपा ने पहले बनाया था प्रत्याशी फिर काटा टिकट। सदर विधायक महेंद्र यादव की मौजूदगी में ली सदस्यता।पूर्व ब्लॉक प्रमुख गोपाल सिंह ने सपा जॉइन कराई।
रिपोटर – अर्पित यादव