दुनिया भर में स्कूल, यूनिवर्सिटी और काम पर जाने के लिए लोग अलग-अलग ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते हैं। कोई मेट्रो से जाना अधिक सुविधाजनक मानता है, कोई अपने वाहन से, कोई कैब या किसी तो कैब पसंद है। दुनिया के कुछ देशों में लोगों ने साइकिल से भी गंतव्य स्थल जाने को अपनी पसंद बताया। स्टेटिस्टा ने इस बावत दुनिया भर में एक सर्वे किया। जिसमें लोगों की ट्रेवल करने को लेकर अलग-अलग राय सामने आई।
सर्वे के अनुसार नीदरलैंड में 38 फीसद लोगों का कहना है कि वह सफर को अपनी साइकिल के द्वारा पूरा करते हैं। अमेरिका में छह फीसद लोगों ने ही सिर्फ बाइक से सफर को अपनी पसंद बताया तो 82 फीसद ने कहा कि वह अपनी कार से चलना ही उनकी पसंद है। भारत में 31 फीसद लोगों ने कहा कि वह मोटरसाइकिल से ही सफर करने को तरजीह देते हैं। रिपोर्ट के अनुसार भारत में 36 फीसद लोगों का मानना है कि वह साइकिल चलाना पसंद करते हैं लेकिन इसके लिए दुरुस्त इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने की जरूरत है। नीदरलैंड में साइकिल को पसंद करने की वजह भी वहां का मुफीद इंफ्रास्ट्रक्चर है। फ्लैट लैंडस्कैप और माइल्ड क्लाइमेट साइकिल चलाने वालों के लिए परफेक्ट जगह बन जाता है।
यूमास (द मेसाचुएट्स अंडर ग्रेजुएट जर्नल ऑफ इकोनॉमी) की रिपोर्ट के मुताबिक अगर सरकारी नीतियां इलेक्ट्रिक व्हीकल की खरीद में 2024 तक अपना 25 फीसद लक्ष्य पूरा कर लेती है तो विभिन्न तरह के करीब 500,000 इलेक्ट्रिक व्हीकल सड़कों पर होंगे।
इससे दिल्ली में करीब 159 टन पीएम 2.5 और 4.8 मिलियन टन कॉर्बन डाइ ऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी। इससे करीब एक लाख पेट्रोल कारों द्वारा पूरे जीवन भर के कॉर्बन डाइ ऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आएगी। हमें सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देना होगा जिससे लोग अपने वाहनों को घर पर ही छोड़ें।