नोबेल पुरस्कार विजेता एवं तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने बुधवार को अमीरी और गरीबी की खाई को पाटने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, यह महसूस करना जरूरी है कि दुनिया का ख्याल रखना वास्तव में अपनी देखभाल करना है। लॉरेट्स एंड लीडर्स फॉर चिल्ड्रन के तीसरे शिखर सम्मेलन दी फेयर शेयर फॉर चिल्ड्रन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, बच्चे भविष्य हैं। लॉरेट्स एंड लीडर्स फॉर चिल्ड्रन बाल अधिकारों को सुनिश्चित करने वाला एक संगठन है। इसका नेतृत्व नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी करते हैं।
इस शिखर सम्मेलन में दलाई लामा ने कहा, भविष्य हमारे हाथ में हैं और बच्चे वे मुख्य मनुष्य हैं जो दुनिया का ख्याल रखेंगे। दुनिया का ख्याल रखना वास्तव में अपना ख्याल रखना है। बच्चे हमारा भविष्य हैं। हमें मानवता, गरीब जिन्हें मदद की जरूरत है, उनके बारे में सोचना होगा और हमें अमीरी और गरीबी की खाई को कम करने के लिए प्रयास करने होंगे। दलाई लामा के अलावा इस शिखर सम्मेलन में स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टेफन लोफवेन, यूनिसेफ के कार्यकारी निदेश हेनरिट्टा और विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस समेत कई और गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया।