ड्रग्स पर लगाये अंकुश , ये युवाओ की जिंदगी खराब कर रहा : अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यों से कहा है कि वे ड्रग्स के खतरे से निपटने और इस समस्या पर अंकुश लगाने को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बनाएं। रविवार को तिरुपति में दक्षिणी क्षेत्रीय परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, मुख्यमंत्रियों को ड्रग्स के खतरे से निपटने और इसका प्रसार रोकने को प्राथमिकता देनी चाहिए। नशे का इस्तेमाल हमारे युवाओं की जिंदगी और उनके भविष्य को तबाह कर रहा है।
गृह मंत्री ने राज्यों से यह उम्मीद भी जताई कि वे बाल यौन शोषण की घटनाओं के प्रति सख्त रवैया अपनाएंगे। उन्होंने कहा कि बच्चों के प्रति अपराध अस्वीकार्य है। गृह मंत्री ने कहा, पाक्सो एक्ट के तहत दर्ज मामलों को शीर्ष प्राथमिकता दी जानी चाहिए। ऐसे मामलों के प्रति जीरो टालरेंस की नीति होनी चाहिए। जांच पूरी करने के लिए 60 दिन की समय सीमा का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए।

टीकाकरण का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि हम 111 करोड़ वैक्सीन डोज देने में सक्षम हुए हैं। यह एक बड़ी उपलब्धि है और सहकारी संघवाद का उदाहरण है। उन्होंने कहा, जब महामारी शुरू हुई थी, तब कहा गया था कि भारत इसका सामना नहीं कर पाएगा। हालांकि, भारत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अपने बुनियादी स्वास्थ्य ढांचे के साथ-साथ टीकों के घरेलू उत्पादन में तेजी से वृद्धि की। आज हमने महामारी के बारे में डर को जीत लिया है और केंद्र सरकार टीकाकरण कार्यक्रम के तहत सभी राज्यों को कवर करने के लिए हरसंभव प्रयास जारी रखेगी।

जनजातीय समुदाय के सम्मान में अब से हर साल 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के तौर पर मनाया जाएगा। गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को दक्षिणी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में कहा, भारत सरकार ने 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है। भारत के स्वतंत्रता संग्राम और राष्ट्रीय विकास में जनजातीय समुदाय के योगदान को उजागर करने के लिए एक सप्ताह तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।