इस बार के एशियन गेम्स में क्रिकेट शामिल किया गया था। भारत ने मेंस और विमेंस दोनों कैटेगरी में अपनी टीमें भेजीं और दोनों में भारत ने गोल्ड मेडल जीता। टी-20 फॉर्मेट का क्रिकेट एशियाड में सफल रहा, जिसे देखते हुए इसे ओलिंपिक में भी शामिल किया जा रहा है।
हमने जुलाई में ही बता दिया था कि लॉस एंजिलिस ओलिंपिक गेम्स में क्रिकेट की एंट्री बिल्कुल तय है। इसकी वजह ये है कि ओलिंपिक कमेटी भारत की करीब 1.5 अरब आबादी और यहां के फाइनेंशियल रिर्सोसेज को अनदेखा करने की हालत में नहीं है। हालांकि, लॉस एंजिलिस कमेटी और IOC के बीच बातचीत में कई बार दिक्कतें भी आईं।
इस रिपोर्ट के मुताबिक- भारत में अभी ओलिंपिक ब्रॉडकास्टिंग राइट्स इंडिविजुअल गेम्स पर बेस्ड हैं और इनकी मार्केट वैल्यू तकरीबन 20 लाख डॉलर है। यह आंकड़ा पेरिस ओलिंपिक 2024 के लिहाज से तय किया गया है। हालांकि, मार्केट एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अगर भारत के क्रिकेट मैचों को शुमार कर लिया जाए तो यह आंकड़ा आसानी से कई गुना ज्यादा हो सकता है।
यह पहली बार नहीं है जब ओलिंपिक में क्रिकेट खेला जाएगा। इसके पहले पेरिस ओलिंपिक (साल 1900) में भी क्रिकेट खेला जा चुका है। तब ग्रेट ब्रिटेन और फ्रांस ने गोल्ड मेडल के लिए सिर्फ एक टेस्ट मैच खेला था, जिसमें ग्रेट ब्रिटेन की टीम 158 रन से जीत गई थी।
क्रिकेट कॉमनवेल्थ गेम्स में भी 2 बार 1998 और 2022 में शामिल किया गया है। वहीं एशियन गेम्स में 2010, 2014 और 2023 में तीन बार क्रिकेट को जगह मिली।
फुटबॉल के बारे में तो दुनिया जानती है। अब लॉस एंजिलिस ओलिंपिक 2028 के लिए फ्लैग फुटबॉल को एंट्री दी जाने वाली है। रिपोर्ट के मुताबिक- फ्लैग फुटबाल में दोनों टीमों के पास पांच-पांच प्लेयर होते हैं और इसे फुटबॉल का अमेरिकन वैरिएंट कहा जाता है।
बेसबॉल और सॉफ्टबॉल को शामिल किए जाने से भी न सिर्फ रेवेन्यू बढ़ेगा, बल्कि टीम स्पोर्ट्स को भी बढ़ावा मिलेगा। हालांकि, मुश्किल ये है कि चार नए खेलों को शामिल करने से गेम्स की ड्यूरेशन काफी बढ़ जाएगी। माना जा रहा है कि ओलिंपिक कमेटी कुछ खेलों के मेडल इवेंट्स कम करके इसकी भरपाई करेगी और ओलिंपिक गेम्स की ड्यूरेशन को बहुत ज्यादा बढ़ाया नहीं जाएगा।