क्रिकेटर जो दूसरे खेलों में ओलंपिक में दिखा चुके जलवा, कुछ ने तो जीता गोल्‍ड मेडल ?

क्रिकेट की लोकप्रियता और स्‍वीकार्यता में लगातार इजाफा हो रहा है. अमेरिका के लॉस एंजिलिस में होने वाले अगले ओलंपिक में क्रिकेट को भी शामिल किया गया है. लॉस एंजिलिस ओलंपिक 2028 में क्रिकेट के टी20 फॉर्मेट के मुकाबले होंगे. खेलों के इस महाकुंभ में 128 साल बाद क्रिकेट की वापसी निश्चित ही स्‍वागत योग्‍य कदम है. 1900 में क्रिकेट को पहली और एकमात्र बार ओलंपिक स्‍थान मिला था. तब इस ओलंपिक का मेजबान भी 2024 की तरह फ्रांस का पेरिस शहर ही था. हालांकि 1900 के ओलंपिक में क्रिकेट के मुकाबले महज रस्‍म अदायगी ही साबित हुए थे. केवल दो टीमों-ब्रिटेन और फ्रांस ने क्रिकेट में हिस्‍सा लिया था और महज एक मैच के बाद ही विजेता का फैसला हो गया था. ब्रिटेन में फ्रांस को हराकर गोल्‍ड हासिल किया था.

1900 के बाद क्रिकेट कभी ओलंपिक का हिस्‍सा नहीं रहा लेकिन कुछ क्रिकेटर जरूर खेलों के अन्‍य खेलों में इस महाआयोजन में अपने देश का प्रतिनिधित्‍व कर चुके हैं. इनमें से कुछ क्रिकेटर तो ओलंपिक के अपने खेल की टीम/इंडिविजुअल इवेंट में मेडल भी जीत चुके हैं. नजर डालते हैं, ओलंपिक में अन्‍य खेलों में भाग लेने वाले प्रमुख क्रिकेट प्‍लेयर्स पर.

1900 की गोल्‍ड विनर ब्रिटिश फुटबॉल टीम का हिस्‍सा थे बकेनहैम

क्‍लाउड बकेनहैम को क्रिकेट से इतर किसी अन्‍य गेम में ओलंपिक में भाग लेने वाले पहले क्रिकेटर होने का श्रेय हासिल है. 1900 के ओलंपिक में हालांकि क्रिकेट का खेल शामिल था लेकिन बकेनहैम इन खेलों में ब्रिटेन की ओर से फुटबॉल खेले. ब्रिटेन ने ओलंपिक में गोल्‍ड हासिल किया था. बकेनहैम बाद में 1910 में तेज गेंदबाज की हैसियत से इंग्‍लैंड के लिए चार टेस्‍ट खेले और 21 विकेट हासिल करने के अलावा 43 रन बनाए.

जॉनी डगलस ने ब्रिटेन के लिए बॉक्सिंग में जीता गोल्‍ड
1908 के लंदन ओलंपिक में जॉनी डगलस ने ब्रिटेन की ओर से बॉक्सिंग इवेंट में हिस्‍सा लिया और मिडिलवेट कैटेगरी में गोल्‍ड मेडल जीता. डगलस ने बाद में इंग्‍लैंड की ओर से 23 टेस्‍ट मैच (1911-1925) खेले और 29.15 के औसत से 962 रन बनाए जिसमें एक शतक और छह अर्धशतक शामिल थे. दाएं हाथ के बैटर और मध्‍यम गति के बॉलर डगलस की पहचान ऑलराउंडर के तौर पर रही. उन्‍होंने टेस्‍ट क्रिकेट में 33.02 के औसत से 45 विकेट (सर्वश्रेष्‍ठ 5/46) भी हासिल किए. समरसेट के जैक मैकब्रायन वर्ष 1920 के एंटवर्प ओलंपिक में गोल्‍ड जीतने वाली ब्रिटेन की हॉकी टीम के मेंबर थे. हॉकी के अलावा वे क्रिकेट के भी अच्‍छे खिलाड़ी थे और 1924 में इंग्‍लैंड की ओर से एक टेस्‍ट खेले. हालांकि इस टेस्‍ट में उन्‍हें न बैटिंग का मौका मिला और न बॉलिंग का. इस मैच में केवल एक दिन का खेल ही संभव हो सका था. वैसे 206 फर्स्‍ट क्‍लास मैचों में 18 शतकों की मदद से 10 हजार से अधिक रन मैकब्रायन के नाम पर दर्ज हैं.

हॉकी टीम के मेंबर रहे ऑस्‍ट्रेलियाई ब्रायन बूथ

न्‍यू साउथ वेल्‍स के ब्रायन बूथ हॉकी के भी बेहतरीन प्‍लेयर थे. मेलबर्न में 1956 में हुए ओलंपिक में वे ऑस्‍ट्रेलियाई हॉकी टीम के मेंबर थे. हालांकि उनकी टीम ओलंपिक में ग्रुप स्‍टेज से आगे नहीं बढ़ सकी. ओलंपिक के अलावा कुछ अन्‍य मैचों में भी वे ऑस्‍ट्रेलिया की हॉकी टीम की ओर से खेले. बूथ बाद में 1961 से लेकर 1966 तक ऑस्‍ट्रेलियाई क्रिकेट टीम का हिस्‍सा रहे. 29 टेस्‍ट में उन्‍होंने 42.21 के औसत से 1773 रन बनाए जिसमें 5 शतक शामिल रहे.

दो टेस्‍ट के बाद म्‍यूनिख ओलंपिक में खेले थॉमसन

क्रिकेटर होने के अलावा किसी अन्‍य खेल में ओलंपिक की टीम का हिस्‍सा रहे प्‍लेयर में न्‍यूजीलैंड के कीथ थॉमसन भी शामिल है. उन्‍होंने 1968 में भारत के खिलाफ दो टेस्‍ट खेले और 94 रन बनाने के अलावा एक विकेट हासिल किया. इसके बाद वे म्‍यूनिख ओलंपिक 1972 में न्‍यूजीलैंड की हॉकी टीम के मेंबर रहे. इस ओलंपिक के ग्रुप मैच में थॉमसन की टीम को भारत के हाथों हार का सामना करना पड़ा था.