भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी और टीम इंडिया के कोच रह चुके अंशुमान गायकवाड़ का कैंसर के चलते निधन हो गया। वह लंबे समय से कैंसर की जंग लड़ रहे थे और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रहे कपिल देव ने उनकी मदद करने के लिए अपनी पेंशन भी डोनेट की थी। इसके अलावा बीसीसीआई ने भी इलाज के लिए उन्हें एक करोड़ रुपए दिए थे। बताया जा रहा है कि वह लंबे समय से ब्लड कैंसर से जूझ रहे थे, लेकिन 31 जुलाई को वह कैंसर की जंग हार गए।
ऐसा रहा अंशुमान गायकवाड़ का क्रिकेट करियर
अंशुमान ने अपना पहला टेस्ट मैच 27 दिसंबर 1974 को कोलकाता में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। उन्होंने लगभग 10 साल (1984 तक) टेस्ट क्रिकेट खेला। अपने टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 40 मैचों में 1985 रन बनाएं, जिसमें दो शतक और 10 अर्धशतक भी शामिल हैं। वह टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक भी जड़ चुके हैं। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 201 रन बनाए थे। इसके अलावा अंशुमान गायकवाड़ ने भारत के लिए 15 वनडे मैच भी खेले, जिसमें उनके नाम 269 रन दर्ज है।
भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रह चुके हैं गायकवाड़
अंशुमान गायकवाड़ ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अपने कोचिंग करियर को आगे बढ़ाया। वह 1997 से 1999 तक भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच रहे। इसके अलावा गुजरात राज्य उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के लिए भी उन्होंने काम किया, लेकिन 2000 में उन्होंने कंपनी से रिटायरमेंट ले लिया। क्रिकेट क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए जून 2018 में बीसीसीआई ने अंशुमान गायकवाड़ को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड भी दिया था। सिर्फ अंशुमान ही नहीं उनके पिता दत्ता गायकवाड़ भी भारतीय क्रिकेट टीम में टेस्ट मैच खेल चुके हैं।
मदद के लिए आगे आए ये खिलाड़ी
कैंसर की जंग लड़ते हुए अंशुमान गायकवाड़ को आर्थिक तंगी का सामना भी करना पड़ा। जिसके चलते कपिल देव ने अपनी पेंशन उन्हें डोनेट करने का फैसला किया। इसके अलावा मोहिंदर अमरनाथ, संदीप पाटिल, मदनलाल और कीर्ति आजाद जैसे साथी खिलाड़ी भी उनकी मदद के लिए आगे आए थे। वहीं, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने भी अंशुमान के इलाज के लिए एक करोड़ रुपए देने का ऐलान किया था।