संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख एंटोनियो गुतेरस (Antonio Guterres) ने अफगानिस्तान में महिलाओं व लड़कियों के हालात पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘अफगानिस्तान में आफिस और क्लासरूम से लड़कियां व महिलाएं लापता हैं। अपनी आधी आबादी को नकारते हुए कोई भी देश आगे नहीं बढ़ सकता है। अफगानिस्तान की महिलाओं व लड़कियों को हेल्थ केयर सर्विसेज, रोजगार के मौके व सभी तरह की शिक्षा पाने तक पहुंचने का समुचित अधिकार है।’
इससे पहले भी संयुक्त राष्ट्र महासचिव अफगानिस्तान की महिलाओं की स्थिति को लेकर चिंता जाहिर कर चुके हैं। यूरोपीय देशों समेत करीब 20 और देशों ने एक साझा बयान जारी कर महिलाओं के अधिकारों और उनकी आजादी सुनिश्चित करने की बात कही है। हालांकि जब तालिबान ने अफगान में सत्ता पर हुकूमत शुरू की तब इसने भरोसा दिया था कि वह महिलाओं को अपने कानून के तहत आजादी देगा और उन्हें काम पर जाने से नहीं रोकेगा। बता दें कि अमेरिकी सेना की वापसी के साथ ही अगस्त में अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान पूरी तरह काबिज हो गया। हालांकि उस समय बड़ी संख्या में वहां से लोग अमेरिका व दूसरे देश चले गए।
उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद हालात दिन-ब-दिन बदतर हो रहे हैं। एक तरफ कोरोना महामारी व अन्य बीमारियों से देश जूझ रहा है, वहीं मानवीय संकट आए दिन गहराता जा रहा है। भुखमरी और आर्थिक संकट से अफगान की कमर टूट रही है। ऐसे में अफगानिस्तान में तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने दुनिया भर से मदद के लिए गुहार लगाई है।