मेयर की आदेश का अवहेलना करने के आरोप में पार्षद जीएम के खिलाफ धरने पर बैठ गए

लखनऊ में नगर निगम कार्यकारिणी के बैठक में जीएम जलकल के खिलाफ पार्षद समेत मेयर ने नाराजगी दिखाई। मेयर की आदेश का अवहेलना करने के आरोप में पार्षद जीएम के खिलाफ धरने पर बैठ गए। बीजेपी पार्षद रंजीत ने उनके ऊपर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया। यहां तक की कार्यकारिणी सदस्यों के सवालों से जलकल विभाग के महाप्रबंधक मनोज आर्या करीब पांच घंटे तक घिरे रहे।
लगातार हंगामा देख जीएम बैठक ही छोड़कर चले गए। उन्होंने कहा कि उनको टारगेट किया जा रहा है और वह बैठक छोड़कर चले गए। ऐसे में । जीएम के इस रैवये को लेकर सभी सदस्य धरने पर बैठ गए। कार्यकारिणी में निंदा प्रस्ताव लाया गया और आगामी चुनाव को देखते हुए महाप्रबंधक को हटाए जाने के लिए कार्यकारिणी की मंशा से शासन को अवगत कराने का निर्णय लिया गया।
मेयर सुषमा खर्कवाल ने बताया कि दो दिसंबर को वह बालागंज वाटर वर्क्स का निरीक्षण करने गई थी। यहां पर सुरक्षा गार्डों की तैनाती में अनियमितता मिली थी। इसके बाद जीएम को अजय सिक्योरिटी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिया गया। मगर अभी तक उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस पर मेयर ने उनके आदेश का अनुपालन न करने पर सख्त नाराजगी जाहिर की।
सिक्योरिटी एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई न करने पर नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने भी जीएम को 13 दिसंबर को पत्र लिखकर कार्रवाई न करने की वजह पूछी। इस पर जीएम ने हाल ही में नियुक्ति, बैठकों व महत्वपूर्ण काम न होने की वजह बताया। भाजपा के 10 व सपा के दो पार्षदों ने जीएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
उन्हें पार्षदों के साथ अध्यक्ष ने भी खरीखोटी सुनाई। भविष्य के लिए हिदायत भी दी। इस पर जीएम ने माफी मांगने की बजाय कहा उन्हें कोई पछतावा नहीं है। उन्हें ही काफी देर से टारगेट किया जा रहा है। इस पर कार्यकारिणी का माहौल और गर्म हो गया। मेयर का अपमान होने पर पार्षदों का आक्रोश फूट पड़ा। राजकुमार हाल में बैठक के दौरान धरने पर बैठ गए।
गोमतीनगर रेलवे स्टेशन को अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से करने की भी मंजूरी दे दी गई है। सांसद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी के प्रस्ताव को पास करने के बाद अब इसे शासन भेजा जाएगा। इसके अलावा हुसैनगंज चौराहे का नाम महाराणा प्रताप चौराहा किया गया है। नक्खास बाजार के पास महिला शौचालय के निर्माण का प्रस्ताव पास कर दिया गया।