देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) की भयावहता के बीच केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को दो मोर्चे पर लड़ाई लड़नी पड़ रही है। एक तरफ उन्हें कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों के बढ़ने पर त्वरित रोकथाम के प्रयास करने पड़ रहे है तो वहीं लॉकडाउन के बाद अपने राज्यों के लिये पलायन करने के लिये भारी तादाद में लोग निकल चुके है। इस बीच हरियाणा में खट्टर सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिये है कि सीमाओं को सील किया जाए। इसके साथ ही पलायन कर रहे लोग के साथ मानवता के साथ पेश आते हुए उन्हें बनाए गए कैंपों में ही रोका जाए।
सीएम ने सभी अधिकारियों को दिये निर्देश
राज्य के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने इस बाबत सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिये है कि अपने-अपने जिले में प्रवासी मजदूरों को कोई दिक्कत न हो इसके विशेष ख्याल रखें जाए। उन्हें कैंपों में रखा जाए जहां समुचित खानपान और रहने का उत्तम व्यवस्था किया जाए। साथ ही कोई प्रवासी मजदूर इस कैंप में रहने के दौरान कोरोना वायरस के चपेट में आते है तो उन्हें क्वारंटाइन किया जाना भी आवश्यक है।
केंद्र सरकार ने लॉकडाउन को सफल बनाने को कहा
इससे पहले केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासनों से लॉकडाउन को लागू करने के हरसंभव उपाय उठाने को कहा है। कैबिनेट सचिव राजीव गाबा और केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने आज सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान यह बातकही है।
बीते मंगलवार को देश में लागू हुआ लॉकडाउन
मालूम हो कि बीते मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी।यह लॉकडाउन उन्होंने अगले 21 दिनों के लिये लागू की थी। लेकिन उनके घरों पर रहने के आह्वाण को अस्वीकार करते हुए देश के अलग-अलग प्रदेशों के प्रवासी मजदूरों ने पैदल ही चलना शुरु कर दिया। बगैर यह सोचे-समझे कि उनके इस तरह से अपने राज्य में गांव,शहर जाने पर वहां भी कोरोना वायरस के संक्रमण फैल सकती है।