पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के नए चीफ की नियुक्ति को लेकर प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) और आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा (Qamar Javed Bajwa) के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम को ISI का नया हेड बनाया गया है. सोमवार को इमरान खान के साथ चली लंबी बैठक में बाजवा ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि सेना के मामलों में सरकार को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए.
सीएनएन-न्यूज़18 को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक इमरान खान चाहते थे कि फैज हामिद को दिसंबर महीने तक आईएसआई का चीफ बनाए रखा जाए. लेकिन बाजवा ने साफ कर दिया था कि ऐसा किसी कीमत पर नहीं हो सकता. उन्होंने साफ कर दिया था कि फैज हामिद को अधिकतम 15 नवंबर तक इस पद पर बनाए रखा जा सकता है.
इमरान खान का कहना नहीं मान रहे बाजवा
बाजवा ने इमरान खान से एक सख्त बात कही कि आप फैज हामिद को पसंद करते हैं, इसका मतलब है ये नहीं कि उन्हें (हामिद) को हमेशा पद पर बनाए रखा जाएगा. हालांकि कहा जा रहा है कि बैठक के दौरान दोनों ने तनाव के मुद्दों को सुलझा लिया है. दरअसल पाकिस्तानी आर्मी के हेड क्वार्टर से नदीम अंजुम की नियुक्ति की घोषणा के पांच दिन बाद भी प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से कोई नोटिफिकेशन नहीं जारी किया गया था.
प्रधानमंत्री की तरफ से कुछ सुझाव दिए गए थे जिन्हें बाजवा ने नहीं माना
इमरान खान के नजदीकी सूत्रों का कहना है कि सोमवार की बैठक में प्रधानमंत्री की तरफ से कुछ सुझाव दिए गए थे जिन्हें बाजवा ने नहीं माना है. इसमें एक सुझाव आईएसआई में संगठनात्मक बदलाव का भी था. कहा जा रहा है कि इमरान खान इस बात से भी परेशान हैं कि उनके पद को अहमियत नहीं दी जा रही है. सूत्रों के मुताबिक इमरान खान ने बाजवा से कहा है कि आईएसआई चीफ की नियुक्ति की घोषणा पहले प्रधानमंत्री कार्यालय से होनी चाहिए थी