पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की नेशनल हेराल्ड मामले में सोमवार को ईडी के सामने होने वाली पेशी को मुद्दा बनाकर बड़ी राजनीतिक लड़ाई में तब्दील करने की पूरी तैयारी है। पार्टी के पूरी तरह से राहुल के साथ होने का संदेश देने के लिए कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य, पार्टी सांसद और तमाम वरिष्ठ नेता उनके समर्थन में मार्च करते हुए ईडी दफ्तर तक जाएंगे। कांग्रेस शासित दोनों राज्यों राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी इस शक्ति प्रदर्शन में शामिल होंगे।
राहुल की पेशी से पहले कांग्रेस ने रविवार को चौतरफा हमला करते हुए आरोप लगाया कि मोदी सरकार विपक्ष की सबसे मुखर आवाज को दबाने के लिए सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। पार्टी इससे डरेगी नहीं, बल्कि लड़ेगी।
ईडी की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पूछताछ के लिए समन जारी किए जाने के बाद से ही कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर आक्रामक है। पार्टी का कहना है कि विपक्ष के शीर्षस्थ नेताओं को जांच एजेंसियों के सहारे डराने-धमकाने के सरकार के इस हथकंडे के खिलाफ कानूनी ही नहीं, बल्कि मुखर जमीनी राजनीतिक लड़ाई लड़नी होगी। इसके मद्देनजर ही कांग्रेस ने सोमवार को राहुल की पेशी के समय बड़े सियासी प्रदर्शन की तैयारी की है।
कानूनी प्रक्रिया के तहत जहां राहुल गांधी ईडी के समन का पालन करते हुए पेशी के लिए जाएंगे। वहीं, कांग्रेस नेता उनके समर्थन में ईडी के दफ्तर तक पैदल मार्च करते हुए इसका राजनीतिक मुकाबला करने का संदेश देंगे। कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्यों के अलावा पार्टी के तमाम सांसदों और पदाधिकारियों को इस मार्च में शामिल होने के लिए कहा गया है।
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से बाकायदा इसके लिए चिट्ठी जारी की जा चुकी है। देशभर में ईडी के दफ्तरों के सामने लगभग उसी समय सोमवार को पार्टी नेता और कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे। कांग्रेस मुख्यालय से ईडी दफ्तर तक मार्च की तैयारियों को वेणुगोपाल समेत पार्टी के कई नेता खुद देख रहे हैं।
इससे पहले रविवार को कांग्रेस ने देशभर में अपने नेताओं की प्रेस कांफ्रेंस के जरिये मोदी सरकार पर हमला बोला। सचिन पायलट ने लखनऊ, दिग्विजय सिंह ने भोपाल, संजय निरूपम ने शिमला, पवन खेड़ा ने अहमदाबाद, विवेक तन्खा ने रायपुर में प्रेस वार्ता की।
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने भी राहुल का बचाव करते हुए एक साक्षात्कार में ईडी के नोटिस पर सवाल उठाया और कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में जब किसी तरह के पैसे का लेन-देन नहीं हुआ और न ही संपत्ति का हेरफेर हुआ तो फिर यहां मनी लांड्रिंग का केस कहां है। कांग्रेस के इंटरनेट मीडिया सेल और युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. ने भी रविवार को ट्विटर पर ईडी नोटिस के खिलाफ राहुल का समर्थन करते हुए सरकार के खिलाफ आक्रामक हमला बोला।
ईडी ने राहुल को पहले दो जून को पेश होने का नोटिस जारी किया था, मगर विदेश में होने के कारण उन्होंने नई तारीख मांगी थी और तब 13 जून की नई तारीख दी गई। सोनिया गांधी को ईडी ने आठ जून को बुलाया था, मगर कोविड संक्रमण के चलते यह संभव नहीं हुआ। अब कांग्रेस अध्यक्ष को ईडी ने 23 जून को पेश होने का समन जारी किया है।
जागरण संवाददाता के मुताबिक कांग्रेस के मार्च को दिल्ली पुलिस ने अनुमति नहीं दी है। नई दिल्ली जिले की पुलिस उपायुक्त अमृता गुगलोथ की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि जिले में कानून-व्यवस्था और वीवीआइपी मूवमेंट आदि को देखते हुए इस मार्च की अनुमति नहीं दी जा सकती।