प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी स्थित सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को मात देते हुए एनएसयूआई ने छात्रसंघ की सभी चारों सीटों पर कब्जा जमा लिया है। अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई के शिवम शुक्ला ने एबीवीपी के हर्षित पांडेय से दोगुना से भी ज्यादा वोट पाकर उन्हें करारी शिकस्त दी है। उपाध्यक्ष पद पर चंदन कुमार मिश्र, महामंत्री पद पर अवनीश कुमार मिश्र और पुस्तकालय-मंत्री पद पर रजनीकांत दूबे चुने गए।
अध्यक्ष पद पर शिवम शुक्ला (709) निर्वाचित हुए, हर्षित पांडेय को 224 मत, जबकि सौरभ पांडेय को मात्र 40 मत मिले, वहीं चंदन कुमार मिश्र 553 मत लेकर उपाध्यक्ष पद के लिए निर्वाचित हुए। महामंत्री पद के लिए 487 मत प्राप्त कर अवनीश मिश्र निर्वाचित हुए, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी गौरव दुबे को 424 मत मिले। पुस्तकालय-मंत्री पद के लिए रजनीकांत दुबे 567 मत लेकर निर्वाचित हुए, उनके प्रतिद्वंद्वी अजय कुमार मिश्र को 482, आशुतोष उपाध्याय को 277, शिवओम मिश्र को 106 व अर्पण तिवारी को 21 मत मिले।
चुनाव अधिकारी प्रो. शैलेश कुमार मिश्र ने चुनाव नतीजों की घोषणा की। इसके बाद कुलपति प्रो़ राजाराम शुक्ल ने नए पदाधिकारियों को संस्कृत में शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि विजेता प्रत्याशी विवाद से बचने के लिए विश्वविद्यालय में किसी प्रकार का जुलूस न निकालें। विश्वविद्यालय प्रशासन ने विजयी प्रत्याशियों को पुलिस के संरक्षण में उनके घर पहुंचवाया।
खराब मौसम के बीच बुधवार को मतदान की शुरुआत हुई। दोपहर 12 बजे के बाद मतदान ने तेजी पकड़ी, लेकिन 50़ 82 फीसदी ही वोटिंग हो सकी। कुल 1950 वोटों में 991 वोट पड़े। इसमें 931 छात्र और 60 छात्रों ने मताधिकार का उपयोग किया। दोपहर दो बजे तक मतदान हुआ और तीन बजे मतगणना शुरू हुई।
इससे पहले, मतदान के दौरान राष्ट्रीय छात्र संगठन और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता दक्षिणी द्वार पर सुबह से ही जमा रहे। दोनों दलों के बीच खूब नारेबाजी होती रही। कई बार झड़प की नौबत भी आ गई। बाद में पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग-अलग किया।