कांग्रेस पार्टी ने चुनाव को लेकर दी बड़ी सलाह ,बोले – बैलेट पेपर से होने चाहिए चुनाव

कोरोना महामारी को देखते हुए कांग्रेस ने ईवीएम के बजाए बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग रखी है, कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया का कहना है कि बैलेट सुरक्षित हैं, बटन से मतदान होता है तो संक्रमण का खतरा रहेगा। उधर भाजपा अध्‍यक्ष सी आर पाटिल ने कहा है कि भाजपा की ओर से भी आयोग को आवश्‍यक सुझाव भेजे जाएंगे।

गुजरात विधानसभा की करीब दस सीट रिक्‍त हैं, दो सीटों का मामला उच्‍च न्‍यायालय में लंबित है जबकि कांग्रेस व विधानसभा की सदस्‍यता से इस्‍तीफा देने वाले विधायकों की आठ सीट पर आगामी सितंबर माह में चुनाव कराए जाने की संभावना है। राज्‍यसभा चुनाव से पहले मार्च 2020 में कांग्रेस के पांच विधायकों ने इस्‍तीफा दिया था, बाद में 3 और विधायकों ने पार्टी व विधानसभा की सदस्‍यता त्‍याग दी थी। जनप्रतिनिधि कानून के तहत 6 माह से अधिक समय तक कोई विधानसभा की सीट खाली नहीं रह सकती इसलिए 15 सितंबर तक इन सीटों पर चुनाव कराए जाने की संभावनाएं है।
इसी बीच कांग्रेस अध्‍यक्ष अमित चावडा ने उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग को भेजे गये 20 सुझाव में कहा गया है कि कोरोना महामारी के चलते राज्‍य में उपचुनाव बैलेट पेपर से कराए जाने चाहिए ताकि संक्रमण का खतरा ना हो। मतदान केंद्रों की संख्‍या बढ़ायी जाए, मतदान कर्मचारियों को पीपीइ किट दी जाए साथ ही सोशल डिस्‍टेंसिंग, मास्‍क व सैनीटाइजर के उपयोग के साथ मतदान की व्‍यवस्‍था की जाए। एक मतदान केंद्र पर 500 से अधिक मतदाता नहीं हों तथा मतदान के दौरान भी आपस के बीच की दूरी का पालन किया जाए। भाजपा अध्‍यक्ष सी आर पाटिल का कहना है कि भाजपा उपचुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है, उनकी पार्टी की ओर से चुनाव आयोग को आवश्‍यक सुझाव भेजे जाएंगे ताकि उपचुनाव पूरी तरह सुरक्षित माहौल व व्‍यवस्‍था के साथ कराए जा सकें।

कांग्रेस के पूर्वअध्‍यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने कहा कि बैलेट पेपर कोरोना महामारी में सुरक्षित उपाय है। ईवीएम एक से अधिक लोगों के संपर्क में आने के कारण कोरोना संक्रमण का कारण बन सकती है। तय समय में ही चुनाव होने पर मोढवाडिया का यह भी मानना है कि यह चुनाव आयोग के विवेक पर निर्भर करता है, जनहित में अदालत भी इसमें दखल दे सकती है।

गुजरात के मुख्‍य चुनाव अधिकारी डॉ एस मुरलीकृष्णा का कहना है कि कांग्रेस के पांच विधायकों ने मार्च 2020 में इस्‍तीफा दिया था इसलिए सभी सितंबर 2020 में चुनाव होने की संभावना जताई जा रही है, आयोग की ओर से अभी उपचुनाव की कोई तिथि तय नहीं की गई है।