कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में संसदीय रणनीति समूह (Parliamentary Strategy Group) की वर्चुअल मीटिंग हुई। आगामी संसद के मानसून सत्र में मोदी सरकार के खिलाफ किन मुद्दों पर मोर्चा खोला जाएगा इसे लेकर ही बैठक में चर्चा की गई। कांग्रेस ने कोरोना, इकोनॉमी और चीन के साथ झड़प के मुद्दे पर सरकार को आड़े हाथों लेने का फैसला किया है। इसके अलावा आज की बैठक में यह भी फैसला किया गया कि उप सभापति पद के चुनाव के लिए विपक्ष का उम्मीदवार खड़ा करने के साथ संप्रग के घटक दलों और समान विचारधारा वाले दलों को साथ लेने का प्रयास किया जाएगा। हालांकि अभी इस बारे में अधिक जानकारी नहीं है।
बता दें कि राज्यसभा में उपसभापति पद के लिए संसद के मानसून सत्र के पहले दिन 14 सितंबर को चुनाव कराए जाएंगे। राज्यसभा में जदयू के राज्यसभा सदस्य हरिवंश नारायण सिंह का कार्यकाल समाप्त हो जाने के बाद यह पद रिक्त हो गया है।
कांग्रेस के संसदीय रणनीति समूह में सोनिया गांधी व मनमोहन सिंह समेत राहुल गांधी, अधीर रंजन चौधरी, अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, एके एंटनी, आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, जयराम रमेश, के. सुरेश, केसी वेणुगोपाल गौरव गोगोई और मणीकम टैगोर, रवनीत बिट्टू सदस्य हैं।
संसद में मोदी सरकार के खिलाफ मुद्दों को उठाने के साथ- साथ इससे पहले कांग्रेस कमिटी के बैठक पर भी नजरें रहेंगी। बता दें कि कुछ दिनों पहले कांग्रेस में सुधार के मुद्दे पर 23 नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था। इन 23 नेताओं में पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी और आनंद शर्मा भी शामिल थे। पत्र में कांग्रेस नेतृत्व, पार्टी संगठन और आंतरिक चुनावों में बड़े बदलाव का आह्वान किया गया था।इसके कारण दोनों नेताओं पर CWC की बैठक में जमकर निशाना साधा गया। कई नेताओं ने तो इन पर कार्रवाई तक की मांग भी कर दी।