झारखंड में कांग्रेस विधायकों के बड़ी संख्या में नकदी के साथ गिरफ्तारी के बाद पार्टी ने अपना घर दुरुस्त करने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। पार्टी गठबंधन सरकार में अपने कोटे के मंत्रियों और संगठन में बदलाव कर सकती है ताकि, कैश कांड में शामिल नेताओं पर कार्रवाई करते हुए पार्टी के साथ मजबूती से खड़े रहे विधायकों को नवाजा जा सके। पार्टी रणनीतिकार मानते हैं कि कैश कांड में विधायकों की गिरफ्तारी के बाद पार्टी मामले की तह तक जाकर यह सुनिश्चित करेगी कि गठबंधन सरकार अपना कार्यकाल पूरा करे। इसके लिए पार्टी सीएम हेमंत सोरेन से चर्चा कर अपने कोटे के मंत्रियों में बदलाव के साथ संगठन में भी फेरबदल करेगी।
कांग्रेस को शक है कि कैश कांड में इन तीन विधायकों के अलावा कुछ और विधायक और मंत्री शामिल हैं। यह संख्या सात या आठ तक पहुंच सकती है। इसलिए, पार्टी की पहली कोशिश इन लोगों की पहचान कर उन्हें अलग करना है। ताकि, भविष्य में ऐसी घटना न हो। सरकार अस्थिर करने की दो बार कोशिश प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे के मुताबिक, झारखंड सरकार को अस्थिर करने की यह दूसरी कोशिश है।
2021 में भी प्रयास किए गए थे, पर दोनों बार कोशिश विफल रही। उन्होंने कहा कि इस कैश कांड में भाजपा शासित प्रदेश के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और कई व्यापारी शामिल हैं। महाराष्ट्र की तर्ज पर बगावत की कोशिश थी। प्रदेश में बूथ से लेकर प्रदेश तक संगठन को मजबूत बनाने के लिए छह स्तरीय अभियान चलाया जा रहा है। संगठन ने कई कार्यक्रम शुरू किए हैं। इनमें जो नेता और कार्यकर्ता अच्छा काम कर रहे हैं, उनके काम को सराहा जाएगा ताकि, संगठन राजनीतिक परिस्थितियों और चुनौतियां का मुकाबला कर सके।