गोवा में कांग्रेस पिछले कुछ सालों से दलबदल से काफी परेशान रही है। हाल ही में कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों को पार्टी के प्रति वफादारी की शपथ भी दिलाई थी। इसके बावजूद कांग्रेस को डर है कि चुनाव के नतीजों के बाद उनके विधायक फिर से पार्टी ना बदल दे। इसी बीच, गोवा कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने दावा किया है कि दलबदल से बचने के लिए उनकी पार्टी ने गुप्त उपाय किया
चोडनकर ने कहा कि अपने सभी 37 उम्मीदवारों को मंदिर, मस्जिद और चर्च में शपथ दिलाने के अलावा पांच साल तक पार्टी से अलग ना होने के लिए एफिडेविट पर हस्ताक्षर कराए गए हैं। चोडनकर ने कहा कि पार्टी ने दलबदल से बचने के लिए एक और उपाय किया है जिसका खुलासा नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘गोवा के लोग भगवान से डरते हैं। हमने उनसे मंदिरों और बम्बोलिम क्रॉस में सामाजिक शपथ दिलाई है। अगर वे इससे पीछे हटते हैं, तो गोवा के लोग उन्हें नहीं बख्शेंगे। दूसरा हमने उनसे हलफनामा पर हस्ताक्षर भी कराए हैं। उन्होंने कहा कि हमने तीसरा उपाय भी किया है, जिसका खुलासा हम सोशल मीडिया पर नहीं कर सकते। हमने उम्मीदवारों को बता दिया है कि उनमें से एक के टूटने पर भी उनका भाग्य क्या होगा। हम इसे सार्वजनिक रूप से नहीं कह सकते। सब कुछ तैयार है। लोग अब इसे और नहीं सहेंगे। गोवा की जनता उन्हें अपने घरों से बाहर खींचेगी और पिटाई करेगी
गौरतलब है कि 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के 17 विधायक चुने गए थे। 13 विधायक 2019 में भाजपा में शामिल हो गए थे। 2022 तक कांग्रेस के पास सिर्फ दो विधायक रह गए। बाकी विधायक सत्ताधारी भाजपा, तृणमूल कांग्रेस या आप में शामिल हो गए।
गोवा की सभी 40 विधानसभा सीटों पर सोमवार को मतदान हुआ। मतदान खत्म होते ही 301 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। इस बार गोवा में 78.94 फीसद मतदान हुआ है।