अंग्रेजी के कभी कभार प्रयोग किए जाने वाले शब्दों के प्रति बेहद दिलचस्पी रखने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने रविवार को भाजपा पर तंज कसने के लिए जिस शब्द का उपयोग किया उसे पढ़कर अच्छे खासे पढ़े लिखे का भी सिर चकरा जाएगा। थरूर ने ‘एलोडोक्सोफोबिया’ शब्द का इस्तेमाल ही नहीं किया, बल्कि उसका मतलब भी समझाया।
अपने ‘वर्ड आफ द डे’ को ट्वीट करते हुए थरूर ने स्पष्ट किया कि एलोडोक्सोफोबिया का मतलब विचारों का तर्कहीन डर है। इस शब्द के उपयोग का उदाहरण देते हुए कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, ‘उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार लोगों पर राजद्रोह और यूएपीए के मामले इसलिए थोपती है क्योंकि उसका नेतृत्व एलोडोक्सोफोबिया से ग्रस्त है।’ यूएपीए का मतलब अवैध गतिविधियां रोकथाम अधिनियम से है।
उन्होंने एलोडोक्सोफोबिया को आगे और स्पष्ट करते हुए लिखा, ‘ग्रीक भाषा में एलो का मतलब भिन्न, डोक्सो का मतलब विचार, फोबोस का मतलब डर’ होता है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि थरूर ने अपने कठिन शब्दों के उपयोग से अंग्रेजी के अच्छे जानकारों को सिर खुजलाने और शब्दकोश पलटने के लिए मजबूर किया हो।
इससे पहले भी वह ‘फरागो’ और ‘ट्राग्लडाइट’ जैसे जटिल शब्दों का प्रयोग कर चुके हैं। फरागो का मतलब गड़बड़झाला या घालमेल होता है और ट्राग्लडाइट का अर्थ एक ऐसे व्यक्ति से है जिसे जानबूझकर अज्ञानी या पुराने जमाने का माना जाता है।
वहीं दूसरी ओर विपक्ष के रूप में कांग्रेस की भूमिका पर उठ रहे सवालों के बीच पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर हिंदू और हिंदुत्व को अपने तरीके से परिभाषित करने की कोशिश की। कांग्रेस शासित राजस्थान की राजधानी जयपुर में रविवार को महंगाई के खिलाफ आयोजित रैली में उनका पूरा फोकस हिंदुत्व पर रहा। राहुल ने कहा, देश में दो शब्दों में टक्कर है। हिंदू और हिंदुत्ववादी। मैं हिंदू हूं लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं हूं। महात्मा गांधी हिंदू और नाथूराम गोडसे हिंदुत्ववादी थे। साल 2014 से देश में हिंदुत्ववादियों की सरकार है, इन्हे हटाकर हिंदुओं की सरकार लानी है।