हिमाचल में कांग्रेस तो गुजरात में BJP की सबसे बड़ी जीत, पूरी खबर पढ़िए

भाजपा ने गुजरात विधानसभा की 182 सीटों में से रिकॉर्ड 156 सीटों पर जीत दर्ज की है। इससे पहले कांग्रेस ने साल 1985 में 149 विधानसभा सीटें जीती थी। इस बार के चुनाव में कांग्रेस को 17 सीटें ही मिली, जबकि आम आदमी पार्टी सिर्फ 5 सीटें जीत पाई। 12 दिसंबर को भूपेंद्र पटेल दोबारा CM पद की शपथ लेंगे।
हालांकि वोट शेयर के आधार पर AAP ने नेशनल पार्टी का दर्जा हासिल कर लिया है। किसी क्षेत्रीय पार्टी को नेशनल पार्टी का दर्जा हासिल करने के लिए लोकसभा या विधानसभा चुनाव में चार राज्यों में 6% वोट हासिल करना जरूरी होता है। गुजरात में AAP को करीब 13% वोट शेयर मिला। AAP इससे पहले 3 राज्यों दिल्ली, पंजाब और गोवा में 6% से ज्यादा वोट शेयर हासिल कर चुकी है।
हिमाचल प्रदेश में हर चुनाव की तरह इस बार भी सत्ता बदली है। राज्य की 68 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 40 सीटें जीती है। वहीं BJP को 25 सीटों पर जीत मिली है। आम आदमी पार्टी खाता भी नहीं खोल सकी। इससे इतर मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई UP की मैनपुरी लोकसभा सीट पर हुए डिंपल यादव ने 2.88 लाख वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है.
गुजरात में भाजपा ने 156 सीटों के साथ जीत का नया रिकॉर्ड बना दिया है। कांग्रेस ने 1985 में माधव सिंह सोलंकी की अगुआई में 149 विधानसभा सीटें जीती थीं। वहीं, नरेंद्र मोदी के CM रहते भाजपा ने 2002 के चुनाव में 127 सीटें जीती थीं। इस जीत के साथ भाजपा ने दोनों रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। गुजरात में तो भाजपा ने परचम लहराया ही है, लेकिन मोरबी की जीत पार्टी के लिए खास है।
मोरबी में पहले फेज में 1 दिसंबर को वोटिंग हुई थी। चुनाव से ठीक 31 दिन पहले 30 अक्टूबर को यहां मच्छू नदी पर बना फुट ब्रिज टूटने से 143 लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद PM मोदी भी हादसे की जगह पर गए। हादसे के पीछे लापरवाही को लेकर राज्य की भाजपा सरकार पर भी सवाल उठे थे। लेकिन नतीजों ने सारी आशंकाओं को निराधार साबित कर दिया। मोरबी से भाजपा के कांति लाल अमृतिया ने जीत दर्ज की है।
भारतीय किसान संघ की शिकायत थी कि सरकार की अनदेखी से फसल के सही रेट नहीं मिल रहे। राहुल गांधी की यात्रा में आज ब्रेक होगा। कल राहुल के साथ केवल ​महिला पैदल यात्री ही चलेंगी। इसमें सोनिया गांधी के भी शामिल होने की संभावना है। मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में भी महिलाओं के लिए एक दिन रखा गया था।
हिमाचल में हर चुनाव में 45 से 75% मंत्रियों के चुनाव हारने का रिकॉर्ड है। इस बार भी जयराम ठाकुर कैबिनेट के 10 में से 8 मंत्री चुनाव हार गए। MCD चुनाव में भाजपा को हराने वाली आम आदमी पार्टी यहां खाता भी नहीं खोल पाई। इधर, कांग्रेस ने नई सरकार के गठन के लिए आज शिमला में निर्वाचित विधायकों की बैठक बुलाई है।

CM के लिए हिमाचल कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम पर विचार किया जा रहा है। प्रतिभा सिंह गुरुवार को कहा- मैं नहीं कह रही की मैं CM पद की दौड़ में हूं लेकिन यह चुनाव वीरभद्र सिंह के नाम पर जीता है। क्या आप उनके परिवार की विरासत की नजरअंदाज कर सकते हैं।