उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने स्पेशल कांग्रेस टास्क फोर्स (CTF) का गठन किया है जो पार्टी लेवल पर पंचायतों के नए अध्यक्षों और बूथ अध्यक्षों को गांव-गांव भेज कर चुनाव में वोटर्स को मजबूत करने का काम करेगी.
कांग्रेस की टास्क फोर्स न्याय पंचायत अध्यक्ष और बूथ अध्यक्ष का नाम और आधार कार्ड नंबर लेकर उनका सत्यापन किया जाएगा. न्याय पंचायत और बूथ अध्यक्षों की संख्या तकरीबन 80,000 है और इनके सत्यापन काम कांग्रेस टास्क फोर्स द्वारा किया जाएगा. कांग्रेस की टास्क फोर्स जिन 80,000 न्याय पंचायत अध्यक्षों और बूथ अध्यक्षों को वेरीफाई करेगी उनको सत्यापन पत्र भी देना होगा. इसके साथ-साथ अगर कोई नया पंचायत अध्यक्ष और बूथ अध्यक्ष बनना चाहता है तो इसके लिए एक रिफरेंस भी टास्क फोर्स को देनी होगी जो यह कागजात लेकर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के ऑफिस तक जाएगा. जहां उसे डेटा कंप्यूटर में सेव किया जाएगा. उसके बाद ही उनको नियुक्ति करके आगे के कार्यों पर लगाया जाएगा.
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव के मुताबिक टास्क फोर्स की नियुक्ति इसीलिए की गई है कि जो भी व्यक्ति कांग्रेस से जोड़ा जा रहा है उसकी पूरी तरीके से वेरिफिकेशन की जा सके और उसके दस्तावेजों को जांच कर कंप्यूटर में सेव किया जा सके. इन सभी कार्यों के लिए टास्क फोर्स को लगाया गया है जो हमारे आने वाले विधानसभा चुनाव में एक सेना की तरह काम करेंगे.
कांग्रेस की टास्क फोर्स चुनाव के दौरान बाद चुने गए न्याय पंचायत अध्यक्ष और बूथ अध्यक्ष गांव-गांव जाकर लोगों को कांग्रेस की नीतियों के बारे में बताएंगे और अवगत कराएंगे. साथ-साथ बीजेपी के दुष्प्रचार किए गए कार्यों को भी उजागर करेंगे.
कांग्रेस प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव के मुताबिक, आज गठित प्रशिक्षण टास्क फोर्स (CTF) प्रियंका गांधी वाड्रा न्याय पंचायत से लेकर बूथ स्तर तक संगठन के प्रत्येक चयनित कार्यकर्ता का पार्टी स्तर पर सत्यापन कराएं जाने के मामले में गंभीर हैं. इस परिपेक्ष्य में उत्तर प्रदेश कांग्रेस द्वारा कार्यकर्ताओं को पार्टी सिद्धांत व नीतियों से अवगत कराने के साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर हर मोर्चे पर लड़ने के लिए तैयार किया जा रहा है.