राज्यसभा चुनाव में क्रास वोटिंग से बचने के लिए हरियाणा के कांग्रेस विधायकों को छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर के मे-फेयर होटल में ठहराया गया है। पुलिस सुरक्षा के बीच विधायकों से किसी भी बाहरी व्यक्ति से मिलने नहीं दिया जा रहा है। खास बात यह है कि विधायकों से गुरुवार रात को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मंत्री रविंद्र चौबे सहित अन्य कांग्रेस नेताओं ने मुलाकात तो की, लेकिन शुक्रवार को सभी विधायकों को सुरक्षा के बीच होटल में ही छोड़ दिया गया है। जिस होटल में विधायकों को ठहराया गया है, शनिवार को केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू भी वहीं पहुंचेंगे। वे एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आ रहे हैं।
पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों की मानें तो होटल के अंदर व बाहर करीब 300 से ज्यादा जवानों, पांच आइपीएस और डीएसपी स्तर के दस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। यह ड्यूटी तीन शिफ्ट में लगाई गई है, ताकि कहीं कोई दिक्कत न हो। शुक्रवार को विधायकों ने होटल के स्वीमिंग पूल का आनंद लिया। होटल परिसर काफी बड़ा है। उसके बगल में ही झांझ जलाशय है। कुछ विधायक जलाशय के पास भी गए और उसकी खूबसूरती को देखा। कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा कथावाचक हैं। चर्चा है कि उन्होंने रामकथा के कुछ रोचक प्रसंग भी विधायकों को सुनाए। बता दें कि हरियाणा कांग्रेस के 26 विधायक रायपुर पहुंचे हुए हैं।
मुख्यमंत्री बघेल ने मीडिया से चर्चा में कहा कि हरियाणा के विधायकों से गुरुवार रात मिलने गया था। सब ठीक हैं। कांग्रेस के विधायक प्रशिक्षण ले रहे हैं। खरीद-फरोख्त की आशंका पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा खरीद-फरोख्त तो करती ही है। जिन राज्यों में चुनाव होता है, वहां के नेताओं को बल और छल के साथ अपनी पार्टी में लाते हैं। मध्य प्रदेश, बंगाल, असम, दक्षिण भारत और गुजरात इसके उदाहरण हैं। उनकी कार्यशौली ही यही है। चुने हुए जनप्रतिनिधियों का सम्मान करना उनकी शैली नहीं है। बहुमत नहीं होते हुए उम्मीदवार खड़ा करना बताता है कि वे खरीद-फरोख्त की तैयारी में हैं।