दिल्ली में लोगों को रही पानी की समस्या को देखते हुए भाजपा नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं ने बुधवार को दिल्ली सचिवालय में विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की भी मांग की। वर्मा ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा कि दिल्ली के कई हिस्सों में लोग पानी की आपूर्ति से वंचित हैं और केजरीवाल दूसरे राज्यों में प्रचार करने और अपनी पीठ थपथपाने में व्यस्त हैं।
घड़े और गंदे पानी की बोतलें लेकर प्रदर्शनकारियों ने आईजीआई स्टेडियम से सचिवालय तक मार्च किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यहीं पर मुख्यमंत्री और उनके कैबिनेट सदस्यों के कार्यालय हैं। प्रवेश वर्मा ने कहा कि दिल्ली में भी बड़ी संख्या में लोगों को गंदा और दूषित पानी मिल रहा है, जिससे बीमारी हो रही है।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्य इकाई के प्रभारी बैजयंत पांडा, प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता, दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी और तजिंदर पाल सिंह बग्गा सहित कई भाजपा नेता विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए पांडा ने आरोप लगाया कि दिल्लीवासी यह महसूस कर रहे हैं कि सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के ‘झूठे वादे’ उन्हें बहुत महंगे पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘केजरीवाल को या तो दिल्लीवासियों को स्वच्छ और सुरक्षित पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करनी चाहिए या पद छोड़ देना चाहिए।’
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा केजरीवाल सरकार ने साढ़े सात साल में जल बोर्ड को बर्बाद कर दिया। 57 हजार करोड़ रुपये, जो जलबोर्ड को मिला, वह फर्जी तरीके से ठेकेदारों और टैंकर माफिया के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।
गौरतलब है कि दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार कम हो रहा है। कई जगह जमीन दिखाई दे रही है। बारिश भी नहीं हो रही है। यही वजह है कि लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। लोग पानी के लिए परेशान हैं। इसीलिए उन्होंने बुधवार को आईजीआई स्टेडियम से लेकर सचिवालय तक मार्च किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।